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Showing posts from May, 2021

थकान और कमजोरी के लक्षण | Symptoms of fatigue and weakness

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थकान और कमजोरी के लक्षण Symptoms of fatigue and weakness  हैलो दोस्तों आपका इस लेख थकान और कमजोरी के लक्षण में बहुत - बहुत स्वागत है। दोस्तों इस लेख में आप  थकान किसे कहते है, थकान के कारण क्या है, थकान के लक्षण क्या है, आदि महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानेंगे।  इसके साथ ही आप जानेगे की थकान से मुक्त किस प्रकार से होना है, क्योंकि थकान एक ऐसी परिस्थिति है जिसमें किसी प्रकार के कार्य करने में मन नहीं लगता तो दोस्तों आइये शुरु करते हैं आज का यह लेख थकान और कमजोरी के लक्षण:- थकान किसे कहते हैं What is fatigue थकान एक प्रकार की वह शारीरिक परिस्थिति होती है, जो प्रत्येक प्रकार के कार्य करने के पश्चात आती है। जब मेहनत का काम अधिक किया जाता है, और शरीर से ऊर्जा का हास हो जाता है, तब थकान उत्पन्न होती है। इसलिए साधारण शब्दों में कह सकते हैं, कि अधिक कार्य करने की दशा में जब व्यक्ति की क्षमता तथा शक्ति कम हो जाती है, तथा वह अन्य कार्य को सही प्रकार से नहीं कर पाता है। उस स्थिति को हम थकान कहते हैं, समान्यत: थकान दो प्रकार की होती है, एक मानसिक थकान दूसरी शारीरिक थकान मानसिक थका...

ऋषियों के नाम तथा परिचय | Rishiyon ke naam and Parichay

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ऋषियों के नाम तथा परिचय Rishiyon ke naam and Parichay  हैलो दोस्तों आपका इस लेख ऋषियों के नाम तथा परिचय (Rishiyon ke Name and Parichay)  में बहुत - बहुत स्वागत है। दोस्तों इस लेख में आप भारतवर्ष के मुख्य महान उन ऋषियों के नाम तथा परिचय जानेंगे जिन्होंने अपना सर्वस्व मानव जाति के कल्याण हेतु समर्पित कर दिया। आज ऋषि मुनियों की दी गई शिक्षा तथा उपदेश ही हमारे पथ प्रदर्शक तथा सुखी और संपन्न जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। तो दोस्तों शुरू करते है, यह लेख और जानते है महान ऋषियों के नाम और उनका परिचय:- इसे भी पढ़े :-  कैकसी का जीवन परिचय Biography of kaikasi ऋषि कौन होते हैं who are rishi  ऋषि वे महान आत्मा होते हैं, जो हमेशा मानव जाति (Human) के कल्याण तथा सुरक्षा हेतु यज्ञ अनुष्ठान संबंधी कार्य करते रहते हैं। भारतीय धर्म और संस्कृति में ऋषियों को सबसे महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है, कियोकि वह अकेले या फिर परिवार की मदद से हमेशा मानव कल्याण के लिए ही कार्य करते रहते है। कुछ ऋषि अकेले रहते हुए तप करते है, जिन्हे एकाकी ऋषि कहा जाता है, तो कुछ ऋषि परिवार में रहते हुए ईश्वर की आराधना...

शूर्पणखा की कहानी तथा अर्थ | Story and Meaning of Shurpanakha

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शूर्पणखा की कहानी तथा अर्थ Story and Meaning of Shurpanakha हैलो दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है।. इस लेख शूर्पणखा की कहानी तथा अर्थ Story and Meaning of Shurpanakha में। दोस्तों इस लेख में हम रामायण की एक प्रमुख पात्र शूर्पणखा की कहानी लेकर आये है, इसके साथ ही आप शूर्पणखा कौन थी, सूर्पणखा की माता का नाम शूर्पणखा का असली नाम के साथ अन्य कई महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत होंगे। तो दोस्तों आइये शुरू करते है, यह लेख शूर्पणखा की कहानी तथा अर्थ:- शूर्पणखा कौन थी who was Shurpanakha शूर्पणखा महर्षि पुलत्स्य के पुत्र ऋषि विश्रवा तथा राक्षस सुमाली तथा तड़का की पुत्री कैकसी की पुत्री थी। शूर्पणखा का राक्षसी स्वभाव उसकी माता कैकसी के कारण हुआ। शूर्पणखा के तीन भाई भी थे जिनमें दो राक्षस प्रवृति के रावण और कुम्भकरण तथा एक ऋषि प्रवृति का विभीषण था। विभीषण का स्वभाव महर्षि विश्रवा के समान था। इसलिए रावण, कुम्भकरण, शूर्पणखा सहित कैकसी भी विभीषण से धृणा करती थी। शूर्पणखा के पास कई मायावी शक्तियाँ थी, जिससे वह उड़ सकती थी, इक्षा अनुसार रूप बदल सकती थी। कैकसी का जीवन परिचय सूर्पनखा की माता का नाम n...

पंच कन्याओं के नाम | Panch kanyaon ke naam

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पंच कन्याओं के नाम Panch kanyaon ke naam  हैलो दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत इस लेख पंच कन्याओं के नाम  (Panch Kanyaon Ke Name) में।  दोस्तों इस लेख में आप उन देवियों के बारे में जानेंगे जो विवाहित होने के बाबजूद भी कन्याएँ अपने गुणों के कारण कहीं जाती है। इन पंच कन्याओं ने अपने पतिव्रत धर्म का इस प्रकार बुद्धिमता से किया की स्वयं भगवान भी इनके सामने नतमस्तक हो गए, तो दोस्तों आइए जानते हैं इन पंच कन्याओं के नाम तथा उनके बारे में संक्षिप्त वर्णन:- इसे भी पढ़े:-  बारह ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान Name and place of twelve jyotirling पंच कन्याएं कौन है Panch kanyayen koun hai  पंचकन्या पौराणिक कालीन वे देवियाँ जिनका विवाह होने के पश्चात भी उनको कन्याओं की श्रेणी में रखा गया है। यह पंचकन्या ऐसी कन्याये है, जिन्होंने एक से अधिक महापुरुषों का वरण किया है। फिर भी वे कन्याओं की तरह पवित्र हैं, ये पांचो कन्याएँ देव कन्याएँ है। जिनमें से मंदोदरी तारा तथा अहिल्या का संबंध रामायण काल से है तो वही 2 कन्याएँ कुंती तथा द्रोपती का संबंध महाभारत काल से है। इसे भी पढ़े: -  कै...

जनसंख्या वृद्धि के कारण निबंध | Essay on causes of Population growth in hindi

जनसंख्या वृद्धि के कारण निबंध Essay on causes of Population growth   हैलो दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, हमारे इस लेख जनसंख्या वृद्धि के कारण पर निबंध  (Essay on causes of population Growth) में। दोस्तों इस लेख में आप जनसंख्या वृद्धि के कारण, जनसंख्या किसे कहते हैं? जनसंख्या वृद्धि को रोकने के उपाय के साथ जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम भी जानेंगे। यहाँ से आप निबंध लिखने का  आईडिया भी ले सकते है, तो दोस्तों आइए शुरू करते हैं, यह लेख जनसंख्या वृद्धि का कारण पर निबंध (Essay on causes on population growth) :- जनसंख्या वृद्धि क्या what is population growth  जनसंख्या एक हिंदी का शब्द है जिसे अंग्रेजी में पॉपुलेशन (Population) कहा जाता है, और पॉपुलेशन शब्द लैटिन भाषा का शब्द है जो पॉपुल्स (प्यूपिल्स )(Pupil) से बना हुआ है, जिसका अर्थ होता है समान प्रकार के जीवो का एक ऐसा समूह है, जो कि एक भौगोलिक क्षेत्र में रहता है, जो विभिन्न प्रकार के समान गुणों को भी प्रदर्शित करते हैं, जैसे- घनत्व, जन्म दर, मृत्यु दर, आयु वितरण आदि. दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं, कि जनसंख्या किस...

माँ दुर्गा के 32 नाम तथा शक्तिशाली मन्त्र | 32 names and powerful mantras of Maa durga in hindi

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style="display:block" data-ad-client="ca-pub-4937722633288941" data-ad-slot="3623960447" data-ad-format="auto"> माँ दुर्गा के 32 नाम तथा शक्तिशाली मन्त्र 32 names and powerful mantras of Maa durga  हैलो दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, हमारे इस लेख माँ दुर्गा के 32 नाम तथा शक्तिशाली मंत्र (Maa durga ke 32 name and Mantra)  में। दोस्तों आज आप इस लेख में माँ दुर्गा के 32 नामों के साथ ही माँ दुर्गा के शक्तिशाली मन्त्रों के बारे में जानेंगे और जानेंगे कि इनका जाप किस प्रकार से करना है, और हमें किस प्रकार से ये मन्त्र लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं। तो दोस्तों आइए शुरू करते है, माँ दुर्गा के 32 नाम तथा शक्तिशाली मंत्र:- महालक्ष्मी के 108 नाम और उनका अर्थ माँ दुर्गा के 32 नाम 32 names of Maa durga   माँ दुर्गा की पूजा भारत के सभी क्षेत्रों में सभी लोगों के द्वारा की जाती हैं, और जब नवरात्रि प्रारंभ होती है, तो मांँ दुर्गा की पूजा का विशेष आयोजन आरंभ किया जाता है। माँ की कृपा पाने की लोग उपवास रखते हैं और कन्याओं तथा मां के भक्तों को ...

मंदोदरी किसकी पुत्री थी कहानी whose daughter was Mandodari story in hindi

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मंदोदरी किसकी पुत्री थी कहानी whose daughter was Mandodari story   हैलो दोस्तों आपका इस लेख मंदोदरी किसकी पुत्री थी थी में बहुत बहुत स्वागत है। इस लेख में आप मंदोदरी के बारे में जानेंगे कि मंदोदरी किसकी पुत्री थी। मंदोदरी के पिता का नाम क्या है? मंदोदरी का नाम मंदोदरी कैसे पड़ा? मंदोदरी का जन्म कैसे हुआ और मंदोदरी पूर्व जन्म में कौन थी।  दोस्तों मंदोदरी रामायण की एक प्रमुख पात्र थी। जो बुद्धिमान तथा पतिव्रता स्त्री होने के साथ ही निर्भीक स्वभाव की थी। तो दोस्तों आइये जानते है, इस लेख में मंदोदरी किसकी पुत्री थी। मंदोदरी किसकी पुत्री थी whose daughter was mandodari  मंदोदरी किसकी पुत्री थी - मंदोदरी रामायण की एक प्रमुख पात्र इंद्रजीत मेघनाथ की माँ तथा मायावी राक्षसराज रावण की पत्नी थी। किन्तु पौराणिक ग्रंथों के में बताया गया है कि मंदोदरी  दानवराज मय और अप्सरा हेमा की पुत्री थी, लेकिन यह कहना कठिन है कि मंदोदरी को अप्सरा हेमा ने जन्म दिया था। बताया जाता है, मंदोदरी को दानवराज मय ने सप्तऋषियों से गोद लिया है। इसलिए मान्यत: यही है कि मंदोदरी दानवराज मय और अप्सरा हेमा क...

कबूतर पर निबंध जानकारी और कहानी |Essay on Pegion information and story

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कबूतर पर निबंध जानकारी और कहानी essay on Pegion information and story  हैलो दोस्तों आपका इस लेख कबूतर पर निबंध जानकारी और कहानी Essay on pegion information and story में। दोस्तों इस लेख में आप कबूतर पर निबंध के साथ कबूतर के बारे में जानकारी और चींटी और कबूतर की कहानी भी पढ़ेंगे। दोस्तों यह निबंध छोटी कक्षाओं में अक्सर पूँछा जाता है। तो दोस्तों आइये शुरू करते है। कबूतर पर निबंध जानकारी और कहानी :- कबूतर पर निबंध Essay on Pegion  कबूतर एक पक्षी है, जो आसमान में उड़ता हुआ नज़र आता है। कबूतर को अंग्रेजी में डव (dove) और पिजिन (pigeon) दोनों नाम से पुकारते हैं। कबूतर एक सुंदर पक्षी है। यह सफ़ेद और सिलेटी दो रंगों में देखने को मिलता है। कबूतर को लोग घरों में भी पालते है। कहा जाता है कबूतर पक्षी शांति का प्रतीक होते है। अनुशासन पर निबंध  कबूतर कहाँ रहते हैं where does pegion live   कबूतर का सफ़ेद रंग शांति का प्रतीक है, यह सभी जानते है। कबूतर अपना घोंसला बनाकर रहना पसंद करते है। वे घोंसला बड़ी-बड़ी इमारतों (Buildings) और हवेली (Haveli) में भी बनाते है। कबूतरों का मुख्य भोजन...