गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध | Essay on republic day in Hindi
गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध Essay on Importence of republic day
नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है, आज के हमारे इस लेख गणतंत्र दिवस के निबंध तथा गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध (Essay on Importence of Republic day) में।
गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध तथा गणतंत्र दिवस का निबंध कक्षा से 6 से लेकर कक्षा 12 वीं तक की परीक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है।
इस निबंध में सभी महत्वपूर्ण हेडिंग्स को कवर किया गया है तथा उसको सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है तो आइए दोस्तों पढ़ते हैं, गणतंत्र दिवस के महत्त्व पर निबंध में :-
गणतंत्र दिवस पर निबंध 250 शब्द Essay on Republic day in 250 words
गणतंत्र दिवस भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है, कियोकि यह दिन भारतवशियों ने अनेक कुर्वांनियाँ देकर प्राप्त किया है। भारत देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ इसके बाद भारत के लिए एक ऐसी शासन व्यवस्था स्थापित होनी थी।
जिससे सभी वर्गों का सर्वागीण विकास हो। इसलिए भारत के संविधान (Indian Constitution) का निर्माण किया गया, जिसमें 2 माह 11 दिन तथा 18 दिन का समय लगा।
भारतीय संविधान के निर्माण में डॉ अम्बेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यह विशाल और लिखित संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया।
इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है। भारतीय संविधान सभी वर्गों के लोगों को स्वतंत्र रूप से जीवन जीने तथा विकास करने का अधिकार देता है।
गणतंत्र दिवस पर सभी विद्यालय, सरकारी कार्यालय सजाये जाते है, प्रभात फेरियां निकाली जाती है। और भाषण राष्ट्रीय गीत और खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। गणतंत्र दिवस पर सभी और हर्ष और उल्लास होता है।
गणतंत्र दिवस पर निबंध 500 शब्दों में Essay on Republic day in 500 words
यहाँ पर गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic day) 500 शब्दों में समझाया गया है, यह निबंध कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
प्रस्तावना Introduction
गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व त्यौहार (National Festivals) है, जिसे सम्पूर्ण देश में प्रत्येक नागरिक द्वारा बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
कियोकि इस दिन भारत का कानून अर्थात भारतीय संविधान लागू हुआ था। भारत का संविधान कई महापुरषो के बलिदान तथा अथाह
प्रयास का परिणाम है, जिसके निर्माण में डॉ बी आर अम्बेडकर का महत्त्वपूर्ण योगदान है। इसलिए उन्हें भारतीय संविधान का जनक (Father of Indian Constitution) कहा जाता है।
भारत संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान (Constitution) है, जिसका निर्माण 2 वर्ष 11 माह तथा 18 दिन में हुआ था, तथा लागू 26 जनवरी 1950 को हुआ था। इस दिन से ही प्रतिवर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
तैयारी और मनाना Prepration and celebration
गणतंत्र दिवस की तैयारियां स्कूल और कॉलेज में कई दिनों से ही प्रारम्भ हो जाती है। एनसीसी (NCC) के छात्र परेड परेड एनएसएस (NSS) के छात्र विभिन्न प्रकार के नुक्कड़ नाटक, देशभक्ति गीत, खेलकूद की तैयारी करते है।
गणतंत्र दिवस के दिन विद्यालय सजाये जाते है। प्रभात फेरियां निकाली जाती है, विद्यालय में प्राचार्य ध्वजारोहण करती है, सभी राष्ट्रगान गाते है। एनसीसी के छात्र परेड का प्रदर्शन करते है।
प्राचार्य तथा अन्य शिक्षक भाषण देते है। एनएसएस के छात्र विभिन्न जागरूक अभियानो के नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करते है, राष्ट्रगीत, बालगीत, कविता, कहानियाँ होती है। इसके बाद बच्चों को पुरुस्कार बांटा जाता है
और मिठाई मिलती है। सभी विधार्थी हँसते खेलते घर पहुँचते है। नगरपालिका पर अध्यक्ष, सरकारी कार्यालयों पर सीनियर स्टॉफ, तथा लाल किला पर भारत देश के माननीय प्रधानमंत्री ध्वजरोहण करते है।
राजपथ पर एयरफोर्स नेवी तथा आर्मी द्वारा अद्भुत परेड का प्रदर्शन किया जाता है. सभी राज्यों की झाकियों का भी प्रदर्शन होता है। इसप्रकार से गणतंत्र दिवस सम्पूर्ण राष्ट्र में बड़े ही घूम- घाम से मनाया जाता है।
उपसंहार Conclusion
गणतंत्र दिवस भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है कियोकि इस दिन नियम और कानूनो की पुस्तक संविधान को लागू किया गया था। जिसके आधार पर देश का शासन चलता है।
यह सभी भारतियों को समान अधिकार प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति का सर्वागीण विकास हो सके। इसलिए सभी भारतियों को संविधान का सम्मान तथा और संविधान को आत्मार्पित करना चाहिए।
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गणतंत्र दिवस का निबंध essay on Republic day
गणतंत्र दिवस क्या है what is Republic day
भारत एक गणतंत्र राष्ट्र (Republic Country) है। क्योंकि भारत में संविधान (Constitution) को सर्वोपरि माना गया है और संविधान के अनुसार ही इस देश के शासन को चलाया जाता है।
गणतंत्र का अर्थ उस तंत्र से होता है, जिसमें जनता के द्वारा कुछ चुने हुए प्रतिनिधि (Representative) देश का शासन चलाते हैं।
दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं, कि गणतंत्र का अर्थ है! जनता का जनता द्वारा जनता के लिए स्थापित शासन प्रणाली है।
भारत 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र राष्ट्र घोषित हुआ। क्योंकि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।
भारत का संविधान कई प्रकार की समितियों द्वारा तैयार किया गया था, जिसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। तथा 26 जनवरी 1950 को संविधान को लागू कर दिया गया था।
कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव पारित कर भारत को स्वतंत्र घोषित किया गया था। इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
गणतंत्र दिवस कब और क्यों मनाया जाता है When and why Republic Day is celebrated
भारत देश एक ऐसा देश था जिसकी गिनती विश्व के संपन्न देशों में की जाती थी। इसलिए भारत को सोने की चिड़िया भी कहा जाता था।
भारत की सम्पन्नता देश कई विदेशी शक्तियों ने भारत को लूटा जिनमें से प्रमुख थे अंग्रेज जिन्होंने लगभग 200 वर्षो तक भारत पर शासन किया।
भारत के क्रन्तिकारी उदारवादी तथा उग्रवादियों के प्रयास तथा कई वीर सपूतो और देशभक्तो के बलिदान स्वरूप भारत को 15 अगस्त सन 1947 को आजादी प्राप्त हुई।
आजादी के बाद भारत के नागरिकों के विकास तथा देश की प्रगति तथा देश को चलाने के लिए नियमों की एक अच्छे शासन की जरूरत थी जिसके लिए केबिनेट मिशन 1935 को आधार बनाकर
भारतीय संविधान के गठन के लिए संविधान सभा (Constituent Assembly) का गठन हुआ जिसमें कई समितियाँ बनाई गई और संविधान निर्माण का कार्य प्रारम्भ हुआ जिसमें 2 वर्ष 11 माह और 18 दिनों का समय लगा।
भारतीय संविधान को 26 नवम्बर 1949 को अंगीकृत कर 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया और भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बना। तबसे ही प्रत्येक वर्ष भारतीय संविधान के लागू होने के उपलक्ष्य में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस 2021 मुख्य अतिथि Republic day chief guest
भारत में गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, तथा प्रत्येक गणतंत्र दिवस पर देश के माननीय प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति द्वारा किसी अन्य देश के प्रतिनिधि को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाता है।
इस बार भी 72 वे गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि (Chief Guest) के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आमंत्रित किया गया था।
किंतु अब कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भारत का दौरा रद्द कर दिया है, तथा इस बार 26 जनवरी के शुभ अवसर पर कोई भी मुख्य अतिथि नहीं होगा।
तैयारी एवं मनाना prepration and celibration
गणतंत्र दिवस पर गणतंत्र दिवस को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। विद्यालय भवन, ऑफिस और घरों को सजाया जाता है। विद्यालयों में तो कई दिनों पहले से ही सांस्कृतिक प्रोग्रामों की तैयारियां शुरू हो जाती हैं।
विद्यालय में साफ-सफाई रंगाई-पुताई के कार्यक्रम शुरू होते हैं तो दूसरी तरफ सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर वाले दिन पर विद्यालय के द्वारा ग्राम और नगर में प्रभात फेरी निकाली जाती हैं, जुलूस निकाले जाते हैं,
शोभायात्रायें निकाली जाती हैं और नारे लगाए जाते हैं। लोग अपने घरों पर आसपास के भवनों पर तथा सरकारी कार्यालयों पर ध्वजारोहण करते हैं।
ध्वजारोहण (Flag hoisting) के समय राष्ट्रगान गाया जाता है। विद्यालयों में गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर बड़ी धूमधाम होती है।
एनसीसी (NCC) की छात्र-छात्राएँ और एनएसएस (NSS) के छात्र-छात्राएँ विभिन्न वेशभूषा में आकर राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में अपने करतब तथा उपलब्धियाँ प्रदर्शित करते हैं।
एनसीसी के छात्रों द्वारा परेड की जाती है तो एनएसएस के छात्रों द्वारा कई प्रकार की शिक्षा पर नाटक प्रस्तुत किए जाते हैं, छात्र-छात्राएँ गीत गाते हैं।
कुछ विद्यार्थी कविता लगाते हैं, तो कुछ 26 जनवरी के शुभ अवसर पर भाषण देते हैं। इसके पश्चात खेलों का आयोजन किया जाता है। गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर सर्वत्र हर्षोल्लास दिखाई देता है।
गणतंत्र दिवस का महत्व Importence of republic day
आज के समय में कोई भी व्यक्ति कोई भी प्राणी परतंत्रता नहीं चाहता है। आज के समय में हर एक व्यक्ति स्वतंत्र (Free रहना चाहता है और स्वतंत्रता हमें प्राप्त होती है,
"संविधान से" संविधान के द्वारा हमारे राष्ट्र को गणतंत्र घोषित किया गया है। संविधान के द्वारा सभी जनता को वह शक्तियां दी गई हैं जिससे वह स्वतंत्र रहकर अपने अनुसार कार्य कर सकता है।
गणतंत्र का मतलब ही होता है, जनता का शासन जिसमें जनता स्वतंत्र हो और 26 जनवरी 1950 से हमारा संविधान लागू होने के पश्चात हमारा देश गणतंत्र राष्ट्रों की श्रेणी में शामिल हो गया
इसके साथ ही हमारा देश लोकतांत्रिक (Democratic) धर्मनिरपेक्ष (Secular) समाजवादी (Socialist) तथा न्यायप्रिय देश बनकर उभरा है
जिससे आज मनुष्य शिक्षा स्वतंत्र महसूस कर रहा है, वह कहीं पर भी आ जा सकता है तथा उसे जीवन जीने के लिए पूर्णता स्वतंत्रता है
जो संविधान के द्वारा और गणतंत्रता के द्वारा ही दी गई है इसलिए गणतंत्र का हर एक व्यक्ति के जीवन में एक अहम महत्व है।
उपसंहार Conclusion
हमारे देश का संविधान हमारे लिए सभी अधिकार प्रदान करता है क्योंकि हमारे देश के संविधान में विभिन्न प्रकार के देशों से ली गई कई प्रकार की बातों को एकत्रित किया गया है
जो मनुष्य के विकास के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है जिसके उदाहरण आज हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
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