पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभाव Bad effects of environmental pollution
पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभाव Bad effects of environmental pollution
हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभाव (Bad Effect on Environmental Pollution) में। दोस्तों इस लेख में आप जानेंगे कि पर्यावरण प्रदूषण क्या है
पर्यावरण प्रदूषण के कारण क्या है, तथा पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभाव क्या क्या होते हैं तो आइए दोस्तों करते हैं यह लेख शुरू पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभाव:-
पर्यावरण प्रदूषण क्या है what is environmental pollution
वह वातावरण जो हमें चारों ओर से घेरे हुए हैं, उसे हम पर्यावरण कहते हैं। पर्यावरण के अंतर्गत सभी प्रकार की जैविक और अजैविक वस्तुएँ आती हैं।
तथा जैविक और अजैविक घटक एक दूसरे से विभिन्न प्रकार का संबंध दर्शाते हैं। इसलिए पर्यावरण के अजैविक घटकों में जब कुछ आवांछनीय विषैले तत्व मिल जाते हैं,
जिससे जैविक घटकों पर बुरा प्रभाव पड़ता है, उस स्थिति को पर्यावरण प्रदूषण कहा जाता है। साधारण शब्दों में कह सकते है,
कि पर्यावरण के अजैविक घटक जैसे वायु,मिट्टी जल आदि किसी भी कारण से प्रदूषित हो जाते है, और अपने प्राकृतिक गुणों को खो देते है
उसे पर्यावरण प्रदूषण कहते है। अजैविक घटकों के दूषित होने से जैविक घटकों जैसे वनस्पति, जीवों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
पर्यावरण प्रदूषण के कारण Causes of environmental pollution
पर्यावरण प्रदूषण प्राकृतिक और मानवजनित दोनों प्रकारों से होता है। बढ़ती हुई जनसंख्या से बृक्षों को काटा जा रहा है, उद्योगो को स्थापित किया जा रहा है, उसका कचरा नदियों को प्रदूषित कर रहा है,
चिमनियों से निकला विषैला धुंआ दिनरात वाहनों से निकलने वाला धुंआ वायु को प्रदूषित कर दमघोटू वातावरण बना देता है।
उद्योगो की मशीन, रॉकेट, जेट मिसाइल, मोटर कार ट्रैन की ध्वनि इतना शोर करती है कि लगातार इनके संपर्क में रहने पर तंत्रिका तंत्र, तथा मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है, जबकि बहुत से लोग बहरे हो जाते है।
अणु बम परमाणु बम तथा अन्य रासायनिक कीट नाशको से भूमि प्रदूषित हो रही है, जिसके कारण बहुत से बच्चे विकलांग तथा बीमार पैदा होते है।
प्राकृतिक आपदा (Natural Disater) ज्वालामुखी विस्फोट (Volcano) भूकंप (Earthquake) आदि से भी पर्यावरण प्रदूषित होता है।
पर्यावरण प्रदूषण के दुष्परिणाम Bad effects of environmental pollution
पर्यावरण प्रदूषण के अनेक दुष्परिणाम है, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्न प्रकार से हैं:-
जनसंख्या पर्यावरण प्रदूषण का मुख्य कारण है, बढ़ती हुई जनसंख्या (Population) गरीबी को जन्म देती है और गरीबी प्रदूषण को न्योता देती है, जिसके कारक विभिन्न प्रकार के दुष्परिणाम सामने प्रकट हो रहे है।
बच्चे तथा जवान लोग पर्यावरण प्रदूषण (Environmental Pollution) की चपेट में आकर समय से पहले ही मृत्यु के ग्रास में समा जाते है।
पर्यावरण प्रदूषण के कारण मनुष्य की रोगप्रतिरोधक क्षमता कम होती जा रही है, जिससे प्रतिदिन लाखों लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे है।
वायु प्रदूषण के कारण साँस सम्बन्धी बीमारियाँ उत्पन्न हो रही है, संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में हर साल 70 लाख लोगों की मौत वायु प्रदूषण से ही हो जाती है, जबकि भारत में हर साल 24 लाख विश्व का 30 % लोगों की मौत का कारण प्रदूषण है।
रासायनिक कचरा जल में प्रवाहित कर देने से डायरिया (Diarrhea) हैजा (Cholera) पेचिस (Dysentery) आदि परिणाम सामने आ रहे है।
पर्यावरण प्रदूषण के कारण पेड़ - पौधे जीव जंतुओ की प्रजातियाँ भी लुप्त होती जा रही है।
आज के समय तो पर्यावरण प्रदूषण इतना बढ़ गया कि सभी खाने पीने की वस्तुएँ प्रदूषित ही मिल रही है, जिनका सेवन करने से मनुष्य गंभीर रोगों से जिंदगीभर जूझता रहता है।
हार्टअटैक, डिप्रेशन, बहरापन तपेदिक कैंसर जैसी कई बीमारियाँ पर्यावरण प्रदूषण का परिणाम है, जिनके कारण मनुष्य समय से पहले ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर जाता है।
दोस्तों इस लेख में आपने पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभाव कारण (Bad Effect on Environmental Pollution)आदि के बारे में पड़ा आशा करता हुँ, आपको यह लेख पसंद आया होगा।
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