कैल्शियम क्या है कमी के लक्षण what is calcium deficiency symptoms
कैल्शियम क्या है कमी के लक्षण what is calcium deficiency symptoms
हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आजके हमारे इस लेख कैल्शियम क्या है? कैल्शियम की कमी के कारण तथा लक्षण में।
दोस्तों इस लेख में आप कैल्शियम क्या है? कैल्शियम की कमी के कारण, कैल्शियम की कमी के लक्षण तथा कैल्शियम की कमी के लिए दवा
आदि के बारे में जान पाएंगे। तो आइए दोस्तों शुरू करते हैं, आज का यह लेख कैल्शियम क्या है? कमी के लक्षण:-
कैल्शियम क्या है what is calcium
कैल्शियम एक रासायनिक धातु तत्व है, जो आवर्त सारणी में S ब्लॉक के द्वितीय समूह के क्षारीय मृदा धातुओं में आता है।
कैल्शियम की खोज हंफी डैवी ने 1808 में कैल्शियम के यौगिक कैल्शियम क्लोराइड से अलग करके की थी। कैल्शियम प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता।
यह पृथ्वी पर विभिन्न रूपों संयुक्त अवस्था में कार्बोनेट, सल्फेट, फोस्फेट, आदि के रूप में देखने को मिलता है। यह पृथ्वी की परत
में 3.5% मात्रा में उपलब्ध है। कैल्शियम का परमाणु क्रमांक 20 तथा परमाणु द्रव्यमान 40.08 होता है।
महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण Symptoms of calcium deficiency in women
जब रक्त में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तब उस स्थिति को हाइपोर्कैल्सीमिया के नाम से जाना जाता है। किंतु जब लंबे समय तक कैल्शियम की कमी रहती है,
तब कई प्रकार के रोग उत्पन्न होने लगते हैं और कई बार तो रोगियों की मृत्यु भी हो जाती है। महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण निम्न प्रकार से है:-
जब महिलाओं में कैल्शियम की कमी होती है, तो हड्डियाँ और दांत कमजोर पड़ जाते हैं, तथा मोतियाबिंद की शिकायत होने लगती है।
शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाती है, तब हृदय को भी कैल्शियम की मात्रा पूरी तरह से प्राप्त नहीं होती जिससे घबराहट और बेचैनी उत्पन्न होने लगती है।
जब शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाती है, तो जोड़ों में दर्द होने लगता है, शरीर में ऐंठन और टूटन होने लगती है।
कभी-कभी कैल्शियम की कमी के कारण महिलाओं में आमतौर पर सिर दर्द, अनिद्रा, वैचेनी, डिप्रेशन, तनाव तथा चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती है।
नाखूनो पर सफेद धब्बे होना, नाखूनो का टूटना आदि कैल्शियम की कमी के कारण होने वाली समस्या है।
कैल्शियम की कमी के कारण आमतौर पर शरीर पर कहीं चोट लग जाने पर रक्त का थक्का बहुत देर में बनता है, और रक्त बहता रहता है।
गर्भवती महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने पर गर्भस्थ शिशु कमजोर उत्पन्न होता है तथा प्रसव में समस्या उत्पन्न होती है।
बच्चों में कैल्शियम की कमी के लक्षण Symptoms of calcium deficiency in children
बाल्यअवस्था में बच्चों का शारीरिक विकास तीव्रगति से होता है, इसलिए उनके दांतो तथा हड्डियों, के विकास के लिए कैल्शियम बहुत आवश्यक होता है। बच्चों में कैल्शियम की कमी के लक्षण निम्नप्रकार से है:-
कैल्शियम की कमी के कारण बच्चों का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है।
बच्चों को भूख नहीं लगती है और वे ठीक प्रकार से खाना नहीं खाते और उनका शारीरिक विकास नहीं होता।
कैल्शियम की कमी से बच्चे कोई भी कार्य करते समय जल्दी थक जाते हैं।
किसी भी कार्य में बच्चों का मन नहीं लगना, अनिद्रा, तथा आलस्य बच्चों में कैल्शियम की कमी के लक्षण है।
कैल्शियम की कमी के कारण बच्चों की हड्डियाँ कमजोर होने लगती है, तथा टेढ़ी हो जाती है।
बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, चलने फिरने में उन्हें, प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है।
कैल्शियम की कमी के कारण बच्चों की हृदय की गति मंद पड़ जाती है तथा मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है।
कैल्शियम की कमी होने के कारण due to calcium deficiency
शरीर में सामान्य मात्रा से कम मात्रा में कैल्शियम हो जाने पर विभिन्न प्रकार के रोगजनक लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं, इस स्थिति को हाइपोकैल्सीमिया कहा जाता है। कैल्शियम की कमी होने के कारण निम्न प्रकार से हैं:-
सामान्यत: शरीर में कैल्शियम की कमी भोजन में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम की उपस्थिति ना होना होती है। आप जो भी भोजन ग्रहण कर रहे हैं, उसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं है तो आप निश्चित ही कैल्शियम की कमी से ग्रसित हो जाएंगे।
जो व्यक्ति अधिक मेहनत वाला कार्य करता है या अत्यधिक व्यायाम करता है, उस स्थिति में शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है।
जो भी व्यक्ति सॉफ्ट ड्रिंक का अधिक यूज़ करते हैं अल्कोहल का अधिक यूज करते हैं या किसी अन्य प्रकार का नशा करते हैं, उन व्यक्तियों में भी कैल्शियम की कमी देखी जाती है।
अधिक मात्रा में प्रोटीन वसा युक्त चीजें खाने से तथा विभिन्न प्रकार की फास्ट फूड, नशीली दवाओं का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है।
जिन व्यक्तियों की किडनी खराब हो गई हो अग्नाशय में समस्या उत्पन्न होती हो उन व्यक्तियों के शरीर में अक्सर कैल्शियम की कमी देखी जाती है।
सोडियम युक्त पदार्थों का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर से कैल्शियम बाहर निकलने लगता है, और शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है।
महिलाओं में जब एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा कम होने लगती है, तब शरीर से कैल्शियम बाहर निकलने लगता है और महिलाओं में कैल्शियम की कमी हो जाती है।
कैल्शियम की कमी की दवा calcium deficiency medicine
कैल्शियम की कमी पूरी करने के लिए विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक,अंग्रेजी तथा देसी दवाएँ बाजार में उपलब्ध हैं, जिनका सेवन करके कैल्शियम की कमी को अवश्य पूरा किया जा सकता है।
इसके साथ ही कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी उपयुक्त होता है।
कैल्शियम की कमी की सबसे अच्छी दवा डेरी प्रोडक्ट का उपयोग करना होता है। डेरी प्रोडक्ट में आप दूध, दही, मक्खन, पनीर के साथ ही मट्ठा, छाछ का उपयोग करके कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं।
आयुर्वेदिक दवा के रूप में गिलोय का उपयोग करना कैल्शियम की पूर्ति के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। Lakshadi Guggul -40 टेबलेट पतंजलि द्वारा बनाई टेबलेट है, जो कैल्शियम की पूर्ति करने में महत्वपूर्ण सिद्ध होती है।
कैल्शियम के कार्य function of calcium
कैल्शियम कई प्रकार की जैविक तथा रासायनिक क्रियाओं क्रियाओं के संचालन में मदद करता है। कैल्शियम के प्रमुख कार्य निम्नप्रकार है:-
कैल्शियम हड्डियों तथा दातों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, कियोकि यह फोस्फोरस के साथ मिलकर मजबूत शारीरिक संरचना बनाता है। हड्डियाँ शरीर को आकार प्रदान करती है
तथा कोमल अंगों के लिए सुरक्षावरण का कार्य करती है। दातों के एनेमल में लगभग 36% कैल्शियम जबकि डेंटीन में 27% कैल्शियम पाया जाता है, जो दांतो को मजबूती प्रदान करता है।
जब कभी भी शरीर में चोट लगती है, या कोई अंग कट जाता है, तो वहाँ से रक्त बहने लगता है। किन्तु कुछ दूरी पर वहाँ से रक्त बहना बंद हो जाता है।
कियोकि वहाँ रक्त का थक्का जम जाता है। जिसके निर्माण में कैल्शियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कैल्शियम रक्त में उपस्थित
थ्रम्बोप्लास्टिन के साथ मिलकर एक जाल जैसी रचना का निर्माण करते हैं, जिसमें रक्त कोशिका फंस जाती है और रक्त बहना बंद हो जाता है।
कैल्शियम का कार्य मांसपेशियों के संकुचन तथा मजबूती प्रदान करने के साथ ही रक्त परिसंचरण तंत्र में ह्रदय गति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना होता है।
यह विभिन्न प्रकार के पाचक एंजाइमों पाचक रसों में भी उपस्थित होता है जो कई प्रकार की चयापचय क्रियाओं को संचालित करने में मदद करता है। एक प्रकार से कैल्शियम का कार्य शरीर की वृद्धि और विकास करना ही होता है।
कैल्शियम पौधों में विभिन्न प्रकार के कार्य करता है, जैसे कि पौधे की वृद्धि और विकास, तना को मजबूती प्रदान करना, दलहनी फसलों की जड़ो में ग्रंथियों का विकास करना, कार्बनिक अम्ल के प्रभाव को कम करना, के साथ भी है क्रोमोसोम का संरचनात्मक घटक होता है।
दोस्तों इस लेख में आपने कैल्शियम क्या है कमी के लक्षण कारण आदि के बारे में पड़ा। आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।
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