हरियाणा के पहनावे पर निबंध Essay on dresses of Haryana in Hindi
हरियाणा के पहनावे पर निबंध Essay on dresses of Haryana in Hindi
हैलो नमस्कार दोस्तो आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख हरियाणा के पहनावे पर निबंध (Essay on dresses of Haryana in Hindi) में।
दोस्तों इस लेख में आप हरियाणा की पारम्परिक वेषभूसा के बारे में पड़ेंगे। दोस्तों यहाँ से आप हरियाणा के पहनावे पर निबंध लिखने का आईडिया भी ले सकते है, तो आइये हरियाणा के पहनावे पर निबंध:-
हरियाणा के पहनावे पर निबंध Essay on dresses of Haryana in Hindi
दोस्तों यह निबंध कक्षा 3 से कक्षा 12 वीं तक के छात्र छात्राओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
- प्रस्तावना Preface
भारत एक सांस्कृतिक देश है, जहाँ पर भिन्न - भिन्न समुदाय के लोग रहते है, जिनका रहन-सहन वेषभूसा भी भिन्न - भिन्न होती है, किन्तु उसकी अपने आप में एक विशेष पहचान होती है।
भारत देश में एक ऐसा ही राज्य है हरियाणा जिसे संस्कृति से संपन्न देश कहा जाता है, और वर्तमान में आज इसे खेल का राज्य कहा जाता है, कियोकि यहाँ से प्रतिवर्ष सैकड़ों खिलाडी विभिन्न राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय खेल
प्रतियोगिताओं में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश और राज्य का रोशन करते है। ऐसे राज्य पंजाब का गठन 1 नवंबर, 1966 को पंजाब राज्य से कुछ भूभाग को अलग कर किया गया था, जिसकी राजधानी चंडीगड़ और सीएम मनोहर लाल खट्टर है।
- हरियाणा में पुरुष का पहनावा Men's dress in haryana
हरियाणा एक सांस्कृतिक कृषि प्रधान राज्य है, जो धनधान्य से हमेशा ही पूरित रहता है। यहाँ पर पुरुष कृषि का कार्य करते है, जो भारत देश की रीढ़ है,
इसलिए यहाँ पर पुरुष का पहनावा बड़ा ही सरल होता है। हरियाणा में पुरुष एक लंबे कपडे की धोती को कमर के नीचे लपेटते है, जो अधिकतर सफेद रंग की होती है,
वहीं धोती के साथ कुर्ता सबसे आधिक प्रचलित पारम्परिक पोषाक है, कुर्ता कई डिजाइन और रंगों में बहुत ही मनमोहक लगता है, इसके साथ पुरुष पगड़ी पहनने के बड़े शौकीन होते है जो एक लम्बा चटकीले रंग का कपड़ा होता है।
हरियाणा में पुरुष के जूते खुले हुए आधे पैरों तक ही होते है। जब सर्दियाँ आती है, तो पुरुषो के कंधो पर कम्बल तथा सदरी जरूर देखने को मिल जाती है।
- हरियाणा में महिला का पहनावा women's dress in haryana
भारतीय संस्कृति में पुरुषों के साथ ही महिलाओं को भी बराबर का अधिकार प्राप्त होता है, यहाँ पर महिलाओं के लिए भी सांस्कृतिक पुरातन संस्कृति के पहनावे का उपयोग किया जाता है।
हरियाणा में महिलाएँ प्रमुख रूप से घाघरा और चोली नामक परिधान का उपयोग पहनने के लिए करते हैं। चोली एक तंग वस्त्र होता है, जिसे हमेशा कमर के ऊपर पहना जाता है, और यह कपास से बना हुआ होता है,
जबकि घागरा नामक वस्त्र को कमर के नीचे पहना जाता है, जो विभिन्न चटकीले रंगों से निर्मित कपड़ों से बना होता है और इस पर अच्छी प्रकार से कढ़ाई भी की जाती है। कुछ महिलाएँ शर्ट जैसे बने परिधान का भी उपयोग पहनने के लिए करती हैं,
जिनको कुर्ती के नाम से जाना जाता है। महिलाएँ अपने सिर को ढकने के लिए कपड़े से निर्मित एक वस्त्र का उपयोग करती हैं, जिन्हें ओढ़नी कहते हैं, जबकि बहुत सी जगहों पर मलमल के कपड़े के वस्त्र का उपयोग ओढ़नी के लिए किया जाता है, जिसे चूंदड़ी के नाम से जाना जाता है।
- हरियाणा का पहनावा एवं वेशभूषा महत्त्व Importence of Dress of Hariyana
हरियाणा का पहनावा बहुत ही साधारण तथा पुरातन है, जो हरियाणा की प्राचीन संस्कृति तथा सभ्यता का प्रतीक है। हरियाणा का
पारम्परिक पहनावा सम्पूर्ण, देश और विदेश में हरियाणा की संस्कृति, धर्म आदि का ज्ञान कराता है और हरियाणा को सबसे अलग बनाता है।
- उपसंहार Conclusion
हर एक राज्य की अपनी एक अलग पहचान उसकी संस्कृति से ही होती है, वहाँ के लोगों का पहनावा वेशभूषा रीति-रिवाज धर्म संस्कृति में विभिन्न प्रकार के त्योहार उस राज्य को अन्य राज्यों से अलग करते हैं और इनका भारत देश में एक अलग ही महत्व होता है,
जो पुरातन संस्कृति से लगातार चले आ रहे हैं और इन को आगे भी लेकर जाना है, जिससे हमारे धर्म संस्कृति पहनावे से लोग जुड़े रहे और हमारे देश की महान गाथा विश्व भर में गूंजती रहे।
दोस्तों यहाँ पर आपने हरियाणा के पहनावे पर निबंध (Essay on dresses of Haryana in Hindi) पढ़ा। आशा करता हुँ, आपको यह लेख पसंद आया होगा।
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