पुराने देशभक्ति गीत Lyrics Purane deshbhakti geet lyrics

पुराने देशभक्ति गीत Lyrics Purane deshbhakti geet lyrics 

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख पुराने देशभक्ति गीत Lyrics में। दोस्तों यहाँ पर आप प्रसिद्ध पुराने देशभक्ति गीत Lyrics पड़ेंगे।

इसके साथ ही पुराने देशभक्ति गीत के बारे में अन्य जानकारी भी प्राप्त करेंगे। तो आइये शुरू करते है, यह लेख पुराने देशभक्ति गीत Lyrics:-

पुराने देशभक्ति गीत

छोड़ो कल की बातें Chhodo kal ki baten

छोड़ो कल की बातें एक प्रसिद्ध पुराना देशभक्ति गीत है, जो हम हिंदुस्तानी फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार प्रेमधवन और गायक मुकेश जी है। यह गीत हमें नये उमंग और नये जोश के साथ नया जीवन शुरू करने की प्रेरणा देता है।

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी

नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी

नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

आज पुरानी ज़ंजीरों को तोड़ चुके हैं

क्या देखें उस मंज़िल को जो छोड़ चुके हैं

चाँद के दर पर जा पहुंचा है आज ज़माना

नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं

नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी

नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने

कितने हैं अजंता हम को और सजाने

अभी पलटना है रुख कितने दरियाओं का

कितने पर्वत राहों से हैं आज हटाने

नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी

नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

आओ मेहनत को अपना ईमान बनायें

अपने हाथों को अपना भगवान बनायें

राम की इस धरती को गौतम की भूमि को

सपनों से भी प्यारा हिंदुस्तान बनायें

नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी

नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हर ज़र्रा है मोती आँख उठाकर देखो

माटी में सोना है हाथ बढ़ाकर देखो

सोने की ये गंगा है चांदी की यमुना

चाहो तो पत्थर से धान उगाकर देखो

नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी

नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

है प्रीत जहाँ की रीत सदा Hai preet jahan ki reet sada 

है प्रीत जहाँ की रीत सदा प्रसिद्ध राष्ट्रगीत पूरब और पश्चिम फिल्म से लिया गया है। इस गीत के रचनाकार इंदीवर और गायक महेन्द्र कपूर जी है। इस गीत के द्वारा भारत देश का महिमा मंडन उसकी विशेषताओं का वर्णन किया गया है।

जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने

भारत ने

मेरे भारत ने

दुनिया को तब गिनती आयी

तारों की भाषा भारत ने

दुनिया को पहले सिखलायी

देता ना दशमलव भारत तो

यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था

धरती और चाँद की दूरी का

अंदाज़ा लगाना मुश्किल था

सभ्यता जहाँ पहले आयी

सभ्यता जहाँ पहले आयी

पहले जनमी है जहाँ पे कला

अपना भारत वो भारत है

जिसके पीछे संसार चला

संसार चला और आगे बढ़ा

यूँ आगे बढ़ा

बढ़ता ही गया

भगवान करे ये और बढ़े

बढ़ता ही रहे और फूले-फले

बढ़ता ही रहे और फूले-फले

है प्रीत जहाँ की रीत सदा

है प्रीत जहाँ की रीत सदा

है प्रीत जहाँ की रीत सदा

मैं गीत वहाँ के गाता हूँ

भारत का रहने वाला हूँ

भारत की बात सुनाता हूँ

है प्रीत जहाँ की रीत सदा

काले – गोरे का भेद नहीं

हर दिल से हमारा नाता है

कुछ और न आता हो हमको

हमें प्यार निभाना आता है

जिसे मान चुकी सारी दुनिया

जिसे मान चुकी सारी दुनिया

मैं बात

मैं बात वो ही दोहराता हूँ

भारत का रहने वाला हूँ

भारत की बात सुनाता हूँ

है प्रीत जहाँ की रीत सदा

जीते हो किसी ने देश तो क्या

हमने तो दिलों को जीता है

जहाँ राम अभी तक है नर में

नारी में अभी तक सीता है

इतने पावन हैं लोग जहाँ

इतने पावन हैं लोग जहाँ

मैं नित-नित

मैं नित-नित शीश झुकाता हूँ

भारत का रहने वाला हूँ

भारत की बात सुनाता हूँ

इतनी ममता नदियों को भी

जहाँ माता कह के बुलाते हैं

इतना आदर इन्सान तो क्या

पत्थर भी पूजे जाते हैं

उस धरती पे मैंने जनम लिया

उस धरती पे मैंने जनम लिया

ये सोच

ये सोच के मैं इतराता हूँ

भारत का रहने वाला हूँ

भारत की बात सुनाता हूँ

है प्रीत जहाँ की रीत सदा

ऐ मेरे प्यारे वतन E Mere pyare vatan 

ऐ मेरे प्यारे वतन नामक प्रसिद्ध देशभक्ति गीत काबुलीवाला फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार प्रेम धवन और गायक मन्ना डे है।

ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन

तुझपे दिल क़ुरबान

तू ही मेरी आरज़ू, तू ही मेरी आबरू

तू ही मेरी जान

ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन

तुझपे दिल क़ुरबान

तेरे दामन से जो आए उन हवाओं को सलाम

तेरे दामन से जो आए उन हवाओं को सलाम

चूम लूँ मैं उस ज़ुबाँ को जिसपे आए तेरा नाम

सबसे प्यारी सुबह तेरी, सबसे रंगीं तेरी शाम

तुझपे दिल क़ुरबान

तू ही मेरी आरज़ू, तू ही मेरी आबरू

तू ही मेरी जान

माँ का दिल बन के कभी सीने से लग जाता है तू

माँ का दिल बन के कभी सीने से लग जाता है तू

और कभी नन्हीं सी बेटी बन के याद आता है तू

जितना याद आता है मुझको उतना तड़पाता है तू

तुझपे दिल क़ुरबान

तू ही मेरी आरज़ू, तू ही मेरी आबरू

तू ही मेरी जान

छोड़ कर तेरी ज़मीं को दूर आ पहुंचे हैं हम

छोड़ कर तेरी ज़मीं को दूर आ पहुंचे हैं हम

फिर भी है ये ही तमन्ना तेरे ज़र्रों की क़सम

हम जहाँ पैदा हुए उस जगह ही निकले दम

तुझपे दिल क़ुरबान

तू ही मेरी आरज़ू, तू ही मेरी आबरू

तू ही मेरी जान

ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन

तुझपे दिल क़ुरबान

संदेशे आते हैं Sandeshe aate hai 

संदेशे आते हैं बॉर्डर फिल्म का एक प्रसिद्ध देश भक्ति गीत है जिसके गीतकार जावेद अख्तर और गायक सोनू निगम और रूप कुमार राठौड़ जी हैं। यह गीत भारत भूमि के सरहदों पर रक्षा करने वाले वीर सपूतों के लिए लिखा गया है।

हो हो हो..

संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं

तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है

के घर कब आओगे के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन ये घर सूना सूना है

संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं

तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है

के घर कब आओगे के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन ये घर सूना सूना है

किसी दिलवाली ने किसी मतवाली ने

हमें खत लिखा है ये हमसे पूछा है

किसी की साँसों ने किसी की धड़कन ने

किसी की चूड़ी ने किसी के कंगन ने

किसी के कजरे ने किसी के गजरे ने

महकती सुबहों ने मचलती शामों ने

अकेली रातों ने अधूरी बातों ने

तरसती बाहों ने और पूछा है तरसी निगाहों ने

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन ये दिल सूना सूना है

संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं

तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है

के घर कब आओगे के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन ये घर सूना सूना है

मोहब्बत वालों ने, हमारे यारों ने

हमें ये लिखा है,

कि हमसे पूछा है

हमारे गाँवों ने, आम की छांवों ने

पुराने पीपल ने, बरसते बादल ने

खेत खलियानों ने, हरे मैदानों ने

बसंती बेलों ने, झूमती बेलों ने

लचकते झूलों ने, दहकते फूलों ने

चटकती कलियों ने,

और पूछा है गाँव की गलियों ने

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन गाँव सूना सूना है

संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं

तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है

के घर कब आओगे के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन ये घर सूना सूना है

ओ ओ ओ…

कभी एक ममता की, प्यार की गंगा की

जो चिट्ठी आती है, साथ वो लाती है

मेरे दिन बचपन के, खेल वो आंगन के

वो साया आंचल का, वो टीका काजल का

वो लोरी रातों में, वो नरमी हाथों में

वो चाहत आँखों में, वो चिंता बातों में

बिगड़ना ऊपर से, मोहब्बत अंदर से,

करे वो देवी माँ

यही हर खत में पूछे मेरी माँ

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन आँगन सूना सूना है

संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं

तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है

के घर कब आओगे के घर कब आओगे

लिखो कब आओगे

के तुम बिन ये घर सूना सूना है

ऐ गुजरने वाली हवा बता

मेरा इतना काम करेगी क्या

मेरे गाँव जा, मेरे दोस्तों को सलाम दे

मेरे गाँव में है जो वो गली

जहाँ रहती है मेरी दिलरुबा

उसे मेरे प्यार का जाम दे

उसे मेरे प्यार का जाम दे

वहीं थोड़ी दूर है घर मेरा

मेरे घर में है मेरी बूढ़ी माँ

मेरी माँ के पैरों को छू के तू

उसे उसके बेटे का नाम दे

ऐ गुजरने वाली हवा ज़रा

मेरे दोस्तों, मेरी दिलरुबा

मेरी माँ को मेरा पयाम दे

उन्हें जा के तू ये पयाम दे

मैं वापस आऊंगा, मैं वापस आऊंगा

घर अपने गाँव में उसी की छांव में,

कि माँ के आँचल से गाँव के पीपल से,

किसी के काजल से

किया जो वादा था वो निभाऊंगा

मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा

मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा

मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा

मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा

मेरा रंग दे बसंती चोला Mera rang de vasanti chola 

मेरा रंग दे बसंती चोला नामक प्रसिद्ध देशभक्ति गीत शहीद नामक फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार प्रेम धवन जबकि गायक मुकेश, महेन्द्र कपूर और राजेंद्र मेहता है।

मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे

मेरा रंग दे बसंती चोला ओये

रंग दे बसंती चोला

माये रंग दे बसंती चोला

मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे

मेरा रंग दे बसंती चोला ओये

रंग दे बसंती चोला

माये रंग दे बसंती चोला

दम निकले इस देश की खातिर, बस इतना अरमान है

दम निकले इस देश की खातिर, बस इतना अरमान है

एक बार इस राह में मरना, सौ जन्मों के समान है

देख के वीरों की क़ुरबानी

देख के वीरों की क़ुरबानी, अपना दिल भी बोला

मेरा रंग दे बसंती चोला

मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे

मेरा रंग दे बसंती चोला ओये

रंग दे बसंती चोला

माये रंग दे बसंती चोला

जिस चोले को पहन शिवाजी, खेले अपनी जान पे

जिस चोले को पहन शिवाजी, खेले अपनी जान पे

जिसे पहन झाँसी की रानी, मिट गई अपनी आन पे

आज उसी को पहन के निकला, पहन के निकला

आज उसी को पहन के निकला, हम मस्तों का टोला

मेरा रंग दे बसंती चोला

मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे

मेरा रंग दे बसंती चोला ओये

रंग दे बसंती चोला

माये रंग दे बसंती चोला

देश मेरा रंगीला Desh Mera rangeela 

देश मेरा रंगीला नामक देशभक्ति गीत फना फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार प्रसून जोशी जी तथा गायक महालक्ष्मी अय्यर जी है।

यहाँ हर कदम कदम पे धरती बदले रंग

यहाँ की बोली में रंगोली सात रंग

धानी पगड़ी पहने मौसम है

नीली चादर ताने अंबर है

नदी सुनहरी हरा समुंदर है रे सजीला

देस रंगीला रंगीला, देस मेरा रंगीला

सिंदूरी गालोंवाला सूरज जो करे ठिठोली

शर्मीलें खेतों को ढक दे चुनर पीली पीली

घूँघट में रंग पनघट में रंग चम चम चमकीला

देस रंगीला रंगीला, देस मेरा रंगीला

अबीर गुलाल से चेहरे हैं यहाँ मस्तानों की टोली

रंग हसीन में रंग खुशी में रिश्तें जैसे होली

बातों में रंग यादों में रंग रंग रंग रंगीला

देस रंगीला रंगीला देस मेरा रंगीला

इश्क़ का रंग यहाँ पर गहरा, चढ़ के कभी ना उतरे

सच्चे प्यार का ठहरा सा रंग छलके पर ना बिखरे

रंग अदा में रंग हया में है ये रसीला

देस रंगीला रंगीला देस मेरा रंगीला

मेरे देश की धरती Mere desh ki dharti 

मेरे देश की धरती यह एक पुराना प्रसिद्ध देश भक्ति गीत है, जिसमें भारत भूमि की महिमा का वर्णन किया गया है। यह लोकप्रिय गीत उपकार नामक फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार इंदीवर और गायक महेन्द्र कपूर जी है।

मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती

मेरे देश की धरती

बैलों के गले में जब घुँघरू जीवन का राग सुनाते हैं

ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं

सुन के रहट की आवाज़ें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे

आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती

मेरे देश की धरती

जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अँगड़ाइयाँ लेती है

क्यों ना पूजें इस माटी को जो जीवन का सुख देती है

इस धरती पे जिसने जन्म लिया उसने ही पाया प्यार तेरा

यहाँ अपना पराया कोई नही हैं सब पे है माँ उपकार तेरा

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती

मेरे देश की धरती

ये बाग़ हैं गौतम नानक का खिलते हैं अमन के फूल यहाँ

गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ

रंग हरा हरिसिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से

रंग बना बसंती भगतसिंह से रंग अमन का वीर जवाहर से

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती

मेरे देश की धरती

मेरा मुल्क मेरा देश Mera Mulk Mera Desh

मेरा मुल्क मेरा देश नामक गीत दिलजले नामक फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार जावेद अख्तर और गीतकार कुमार सानू और आदित्य नारायण है। 

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

शांति का उन्नति का प्यार का चमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

शांति का उन्नति का प्यार का चमन

इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन

ए वतन, ए वतन, ए वतन

जानेमन, जानेमन, जानेमन

ए वतन, ए वतन, ए वतन

जानेमन, जानेमन, जानेमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

शांति का उन्नति का प्यार का चमन

आ.. हा.. आहा.. आ..

इसकी मिट्टी से बने तेरे मेरे ये बदन

इसकी धरती तेरे मेरे वास्ते गगन

इसने ही सिखाया हमको जीने का चलन

जीने का चलन..

इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन

ए वतन, ए वतन, ए वतन

जानेमन, जानेमन, जानेमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

शांति का उन्नति का प्यार का चमन

अपने इस चमन को स्वर्ग हम बनायेंगे

कोना-कोना अपने देश का सजायेंगे

जश्न होगा ज़िन्दगी का, होंगे सब मगन

होंगे सब मगन..

इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन

ए वतन, ए वतन, ए वतन

जानेमन, जानेमन, जानेमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

शांति का उन्नति का प्यार का चमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

शांति का उन्नति का प्यार का चमन

इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन

ए वतन, ए वतन, ए वतन

जानेमन, जानेमन, जानेमन

ए वतन, ए वतन, ए वतन

जानेमन, जानेमन, जानेमन..

भारत हमको जान से प्यारा है Bharat Humko jaan se pyara hai 

भारत हमको जान से प्यारा है देशभक्ति गीत रोजा नामक फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार पी.के मिश्रा जी और गायक हरिहरन जी है।

भारत हमको जान से प्यारा है

सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है

सदियों से भारत भूमि दुनिया की शान है

भारत माँ की रक्षा में जीवन कुर्बान है

उजड़े नहीं अपना चमन, टूटे नहीं अपना वतन

गुमराह ना कर दे कोई, बरबाद ना कर दे कोई

मंदिर यहाँ, मस्जिद वहाँ, हिन्दू यहाँ, मुस्लिम यहाँ

मिलते रहें हम प्यार से, जागो

हिन्दुस्तानी नाम हमारा है, सबसे प्यारा देश हमारा है

जन्मभूमि है हमारी शान से कहेंगे हम

सभी ही तो भाई-भाई प्यार से रहेंगे हम

हिन्दुस्तानी नाम हमारा है

आसाम से गुजरात तक, बंगाल से महाराष्ट्र तक

जाति कई, धुन एक है, भाषा कई, सुर एक है

कश्मीर से मद्रास तक, कह दो सभी हम एक हैं

आवाज़ दो हम एक हैं, जागो

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं

सर कटा सकते हैं लेकिन, सर झुका सकते नहीं

हमने सदियों में ये आज़ादी की नेमत पाई है

सैकड़ों कुर्बानियां देकर ये दौलत पाई है

मुस्कुराकर खाई है सीनों पे अपने गोलियां

कितने वीरानों से गुज़रे हैं तो जन्नत पाई है

ख़ाक में हम अपनी इज़्ज़त को मिला सकते नहीं

अपनी आज़ादी…

क्या चलेगी ज़ुल्म की अहले वफ़ा के सामने

आ नहीं सकता कोई शोला हवा के सामने

लाख फ़ौजें ले के आए अम्न का दुश्मन कोई

रुक नहीं सकता हमारी एकता के सामने

हम वो पत्थर हैं जिसे दुश्मन हिला सकते नहीं

अपनी आज़ादी…

वक़्त की आवाज़ के हम साथ चलते जाएंगे

हर क़दम पर ज़िन्दगी का रुख बदलते जाएंगे

गर वतन में भी मिलेगा कोई गद्दारे वतन

अपनी ताकत से हम उसका सर कुचलते जाएंगे

एक धोखा खा चुके हैं और खा सकते नहीं

अपनी आज़ादी…

हम वतन के नौजवां हैं हमसे जो टकराएगा

वो हमारी ठोकरों से ख़ाक में मिल जाएगा

वक़्त के तूफ़ान में बह जाएंगे ज़ुल्मों-सितम

आसमां पर ये तिरंगा उम्र भर लहराएगा

जो सबक बापू ने सिखलाया भुला सकते नहीं

सर कटा सकते…अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं

सर कटा सकते हैं लेकिन, सर झुका सकते नहीं

दोस्तों यहाँ पर आपने पुराने देशभक्ति गीत Lyrics (Purane deshbhakti geet lyrics) पढ़े। आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।

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