आतंकवाद पर निबंध हिंदी में Essay on terrorism in hindi

आतंकवाद पर निबंध हिंदी में Essay on terrorism in hindi

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है आज के हमारे इस लेख आतंकवाद पर निबंध हिंदी में (Essay on terrorism in hindi)। दोस्तों यहाँ पर आप आतंकवाद क्या है?

आतंकवाद के कारण, विश्व की प्रमुख आतंकवाद घटनाओं के साथ आतंकवाद का समाधान जान पायेंगे। यह निबंध कक्षा 5 से 12 वीं तक के

तथा उच्च कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हो सकता है, यहाँ से आप आतंकवाद पर निबंध लिखने का आइडिया ले सकते है, तो दोस्तों आइये पढ़ते है यह लेख आतंकवाद पर निबंध:-

आतंकवाद पर निबंध हिंदी में

आतंकवाद पर निबंध 100 शब्द Essay on terrorism 100 words 

आतंकवाद (Terrorism) एक विश्वव्यापी समस्या है, जिससे अपार जन धन की हानि होती है। आतंकवाद से एक देश नहीं कई देश जूझ रहे है, जिसके पीछे कई कारण (Reason) है।

जो लोग आतंकवाद का समर्थन करते है उन्हें आतंकवादी (Terrorist) कहा जाता है। यह आतंकवादी सरकार (Government) से गैर कानूनी तरह से अपनी बात मनवाते है,

जिसके लिए आतंकवादी बम ब्लास्ट (Bomb Blast) किडनैपिंग (Kidnapping) जैसे अपराध करके मनुष्य तथा समाज (Society) में आतंक और भय (Terror) फैलाते है।

इस समस्या का समाधान सभी देशों को एक साथ मिलकर करना चाहिए, जिससे इस आतंकवाद रुपी राक्षस का अन्त किया जा सके।

आतंकवाद पर निबंध 300 शब्दों में Essay on terrorism 300 words 

वर्तमान समय में आतंकवाद एक ऐसी विशव्यापी समस्या (International Problem) बन गई है, जिससे कई देश आहत हो रहे है, कियोकि आतंकवाद (Terrorism) एक ऐसी घटना है

जो कई लोगों या संघटन के द्वारा किसी विशेष उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए की जाती है, जो लोग आतंकवाद का समर्थन करते है उन लोगों को आतंकवादी (Terrorist) कहा जाता है।

आतंकवादी हथियार चलाने में अभ्यस्त होते है, किन्तु उनका उपयोग किसी विशेष संगठनों द्वारा किया जाता है। दुनियाभर में कई आतंकवादी संगठन है।

जो आतंवादियों को उत्पन्न करते है, इनका उद्देश्य किसी राष्ट्र द्वारा अपनी बात मनवाना होता है। इसके लिए आतंकवादी गैर कानूनी कार्य करते है,

जैसे प्लेन हाइजेक, किसी लीडर का किडनेप, नरसंहार आदि। इन घटनाओ से देश की जनता में भय (Terror) और अशांति उत्पन्न होती है

और सरकार को आतंकवादियों की बातो को मानना पड़ता है। विश्व में कई आतंकवादी घटनायें हुई, जिसमें कुछ सफल तथा कुछ विफल भी हुई, किन्तु

इसमें रक्तपात और संपत्ति की हानि अवश्य होती है। इसलिए आतंकवाद के लिखाफ सभी देशों (All Countries) को एक साथ आवाज उठानी चाहिए।

जो देश आतंकवादी घटनाओं में लिप्त होते है उनके खिलाफ कठोर निर्णय लिए जाने चाहिए। प्रत्येक देश को अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करनी चाहिए।

आतंकवाद से ग्रसित देशों की मदद तथा प्रताड़ित लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए, तभी सम्पूर्ण विश्व से आतंकवाद और आतंकवादियों को ख़त्म किया जा सकता है।

आतंकवाद पर निबंध हिंदी में

आतंकवाद पर निबंध हिंदी में Essay on terrorism in hindi

यहाँ पर आतंकवाद पर निबंध हिंदी में (Essay on Terrorism in hindi) समझाया गया है, जो कक्षा 5 से 12 वीं तथा उच्च कक्षाओं में पूँछा जाता है, तो आइये पढ़ते यह निबंध आतंकवाद पर निबंध:-

आतंकवाद क्या है what is terrorism

आतंकवाद (Terrorism) पूर्णतया अनर्थकारी होते हुए भी अर्थ से भारी कद का है, जिसे क्षेत्रवाद, जातिवाद, मजहबवाद और सम्प्रदायवाद का बड़ा भाई और उनका प्रमुख (Leader) कहा जा सकता है।

यह विघटनकारी तत्त्वों द्वारा किया गया सामूहिक हिंसात्मक प्रयास है, जिसमें राष्ट्रदोह के प्रति राग और देशभक्ति के प्रति द्वेषभाव मुख्य रूप से

झलकता रहता है। आतंकवाद एक मानवजनित दुर्घटना (Human Disaster) भी कही जा सकती है, जिससे कई निर्दोष लोगों की जान चली जाती है अर्थात अपार जनधन (Loss) की हानि होती है। 

आतंक का अर्थ "भय या डर" तथा वाद का अर्थ होता है "पद्धति" साधारण भाषा में गैरकानूनी तरीके से समाज को अपने कुकृतियों से भयभीत कर देना आतंकवाद (Terrorism) कहलाता हैं ।

आतंकवादियों द्वारा आतंकवाद किसी उदेश्य को पूर्ण करने के लिए किया जाता है। आतंकवादी सरकार और देश के लोगों में कई आतंकवादी गतिविधियों के द्वारा (जैसे:- बम ब्लास्ट, किडनैपिंग, नरसंहार) भय उत्पन्न

करके अपनी अनुचित बातों को पूरी करवाते है, इसलिए आतंकवाद किसी भी देश अथवा संगठन और उसके लोगों के लिए एक बहुत बड़ा खतरा माना जाता है। कियोकि इन आतंकवादी गतिविधियों से देश में अशांति और हिंसा (unrest and violence) फैलती है।

आतंकवाद के कारण Causes of terrorism

भारत में आतंकवादी घटनायें होने के कई कारण माने जाते हैं, जिस प्रकार आतंकवाद की गतिविधियों को सबसे अधिक प्रोत्साहन धार्मिक कट्टरता से मिलता है।

लोग धर्मों के नाम पर एक-दूसरे का गला काटने से भी पीछे नहीं हटते हैं। इसी के फलस्वरूप हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आदि धर्मों के नाम पर बहुत से दंगे-फसाद भड़का दिए जाते हैं।

आतंकवादी व्यक्ति मात्र एक माध्यम (Medium) होता है। उसके हाथ और हथियार किसी दूसरे के होते हैं। आतंकवादी तो लक्ष्यहीन होता है। उसे दिशा भी दूसरा व्यक्ति ही बताता है।

आज के समय में अन्तर्राष्ट्रीय प्रगति की दौड़ में प्रत्येक राष्ट्र एक-दूसरे के प्रगति पथ पर पत्थर रखना चाहता है। इसी तरह आतंकवाद भी एक पत्थर ही है, जो जाति, धर्म, भाषा तथा क्षेत्र आदि को

माध्यम बनाकर प्रगति पथ पर गतिरोधक बनाकर रखा जाता है। गतिरोधक पूरे देश में अस्थिरता पैदा कर देता है, जिसके पीछे एक घृणित और कुत्सित महत्त्वाकांक्षा (Ambition) होती है।

भारत में आतंकवाद - आतंकवाद की आग से सर्वाधिक पीड़ित देश भारत है। हालत यहाँ तक आ पहुँची है कि 13 दिसम्बर, 2001 को हमारी संसद पर भी हमला हुआ। इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. (ISI) के हाथ होने की पुष्टि हुई है।

ऐसा ही हमला जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर भी हो चुका है। हमारे भारत में आतंकवाद का सिर दिनों-दिन उठता ही जा रहा है। पंजाब और असम इस संत्रास से कुछ समय पहले ही बाहर आये हैं।

कश्मीर के मुँह पर कालिख ही कुछ आतंकवादियों ने पोत दी, जब उन लोगों ने केन्द्रीय गृहमंत्री की युवा अविवाहिता पुत्री का अपहरण कर उसकी रिहाई के बदले उन कैदी आतंकवादियों को रिहा करा लिया,

जो अपने मुँह की कालिख कश्मीर के कपोल पर पोतने का प्रयास कर रहे थे। आज भी ऐसे कुछ कश्मीरी कुपुत्र हैं, जो खाते यहाँ का हैं और गाते पाकिस्तान का हैं।

विश्व की प्रमुख आतंकवाद घटनायें Major terrorism incidents in the world

हम कह सकते हैं कि पिछले दो दशकों में आई एस आई समर्थित आतंकवाद, जो पहले पंजाब और जम्मू कश्मीर तक सीमित था, वह भारत के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है। इसमें से कुछ प्रमुख घटनाएं निम्नलिखित हैं:

• 1993 में मुम्बई में हुए बम विस्फोट जिसमें लगभग 300 लोग मारे गए।

➡ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन बम विस्फोट जिसमें 33 लोग मारे गए।

➡तालिबान की लगातार  मदद से हरकत-उल-मुजाहिदीन द्वारा एयर इंडिया के जहाज ए आई-814 का अपहरण

➡श्री लाल कृष्ण अडवानी को लक्ष्य बना कर 1998 में कोयंबटूर में उनकी चुनाव रैली में बम विस्फोट जिसमें 58 लोग मारे गए और 200 लोग घायल हुए।

➡2000 में लाल किले पर हमला।

➡2001 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला ।

➡13 दिसम्बर 2001 को लश्कर-ए-तयैबा और जैश-ए-मोहम्मद द्वारा भारतीय संसद पर हमला किया गया।

➡लश्कर-ए-तयैबा और जैश-ए-मोहम्मद के द्वारा गुजरात में अक्षरधाम मंदिर पर भी हमला किया गया।

➡2003 में मुम्बई में अलग-अलग हमलों में 68 लोग मारे गए।

➡2005 में दिवाली से दो दिन पहले दिल्ली में हुए बम विस्फोटों में 70 लोग मारे गए।

➡2006 में लश्कर-ए-तयैबा द्वारा किए गए विस्फोटों में 209 लोग मारे गए।

➡2006 में मालेगांव में राइट विंग आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में 37 लोग मारे गए।

➡2007 में इंडियन मुजाहीदिन द्वारा लखनऊ, फैजाबाद और बनारस में अदालत परिसरा में किए गए आक्रमण।

➡2007 में राइट विंग के आतंकवादियों द्वारा समझौता एक्सप्रेस और अजमेर शरीफ विस्फोट किया गया। 

➡2007 में रामपुर में सीआरपीएफ कैम्प पर हमला।

➡2008 में इंडियन मुजाहीदिन द्वारा जयपुर, बंगलोर, अहमदाबाद और दिल्ली में किए गए विस्फोट जिसमें 115 लोग मारे गए।

➡2010 में आई एम द्वारा पुणे में जर्मन बेकरी में किए गए बम विस्फोट, जिसमें 17 लोग मारे गए।

➡2011 में आई एम द्वारा मुम्बई में किए गए सिरियल बम विस्फोटों में 26 लोग मारे गए।

➡2011 में आई एम द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय पर किए गए हमले में 12 लोग मारे गए।

➡2013 में आई एम द्वारा हैदराबाद में किए गए बम विस्फोटों में 16 लोग मारे गए।

➡2013 में आई एम द्वारा बोध गया में किए गए विस्फोट |

➡2014 में पटना चुनावी सभा में विस्फोट |

➡मार्च 2015 में जम्मू हमला जिसमें 6 लोग मारे गए।

➡जलाई 2015 में गुरदासपुर हमला जिसमें 10 लोग मारे गए।

➡जनवरी 2016 में पठानकोट हमला जिसमें 7 लोग मारे गए।

➡जून 2016 में पंपोर (कश्मीर) में सीआरपीएफ काफिले पर हमला जिसमें 8 सीआरपीएफ जवान मारे गए।

इसके साथ ही 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर भारत के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानो की बस पर हमला हुआ जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। 

भीतरी आतंकवाद को भी कई बार सीमा पार से पड़ोसी देशों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। इसलिए इन्हें विदेशी आतंकवाद माना जा सकता है।

1971 की लड़ाई में हारने के बाद से भारत में खून-खराबा करवाना पाकिस्तान की नीति का एक भाग हो गया है। इससे उसकी भारत के साथ में परम्परागत युद्ध करने की अक्षमता जाहिर होती है।

आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण (Training) और हथियार (Weopen) आदि दिए जाते हैं और उसके बाद उन्हें नियंत्रण रेखा या नेपाल के रास्ते भेजकर भारत में घुसपैठ करा दिया जाता है।

आतंकवाद का समाधान solution to terrorism

आतंकवाद के अन्त के लिए हमें युद्धस्तर पर जूझना पड़ेगा। आज सद्भावना के प्रसार की आवश्यकता है। युवा पीढ़ी जो भटकाव के रास्ते पर हैं, उन्हें विश्वास में लिया जाय और उनमें देशभक्ति

की भावना का प्रचार-प्रसार किया जाय, हमें जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव ना करते हुए हम सभी को मिलकर आतंकवाद (Terrorism) को खत्म करने के लिए प्रयास करना चाहिए।

आतंकवाद को समय रहते हुए जड़ से नष्ट करने के प्रबल उपाय खोजने चाहिए। यदि समय रहते आतंकवाद को नहीं रोका जाएगा तो यह हमारे भारत देश के लिए एक बड़ी समस्या बन जाएगा। हमारे देश में प्रतिवर्ष 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है।

देश की शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने की जरुरत है अभी देश के करीब आधे लोग अशिक्षित या बेहतर शिक्षा से वंचित है, जिस पर सरकार को सर्व शिक्षा अभियान को कागजों से

जमीनी स्तर तक लाना होगा, समाज शिक्षित होगा, तो फेक न्यूज़, अफवाहों, और किसी की कही बातों में नहीं आएगा, और यह देश के विकास में सहयोग भी देगा ।

आतंकवादियों से किसी प्रकार का समझौता राष्ट्र के लिए घातक सिद्ध होगा। उन्हें देश-द्रोह के आरोप में मृत्युदण्ड दे दिया जाना चाहिए। प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त बनाया जाय और समुचित अधिकार दिये जायें, जिससे वे हर परिस्थिति में स्वयं निर्णय ले सकें।

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले राष्ट्रों के विरुद्ध संघर्ष किया जाय और उनकी निन्दा हो। आतंकवाद के आश्रयदाता पर भी देशद्रोह का आरोप लगाकर कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

भारत यदि यह समझता है कि राजनीतिक स्तर पर आतंकवाद की समस्या का समाधान है, तो उसे इसके लिए आगे बढ़ना चाहिए

लेकिन यह आवश्यक है, कि समझौता 'सर कटा सकते हैं, लेकिन सर झुका सकते नहीं' के सिद्धान्त से प्रेरित हो। ऐसा समझौता कठिन हो सकता है, किन्तु असम्भव (Impossible) नहीं।

निष्कर्ष Conclusion 

उपरोक्त निबंध से यही आशय निकलता है, कि आतंकवाद और आतंकवादी दोनों किसी भी राष्ट्र के हित में नहीं हो सकते आतंकवाद से राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी नुकसान होता है जिसकी भरपाई सालों तक करनी पडती है।

इस लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर (On International Leval) आतंकवाद को सख़्ती से ख़त्म करने के नियम बनाने चाहिए तथा जो राष्ट्र आतंकवाद का समर्थन करता है, उसे अच्छा सबक सीखना चाहिए, तथा जीयो और जीने दो उक्ति सार्थक सिद्ध होगी।

दोस्तों इस लेख में आपने आतंकवाद पर निबंध हिंदी में (Essay on Terrorism) पड़ा। आशा करता हुँ आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।

  • FAQ for Essay on Terrorism





आतंकवाद की परिभाषा क्या होती है?





आतंकवाद एक असामाजिक गतिविधि है, जिसमें उद्देश्य प्राप्त करने के लिए गलत तरीकों को अपनाया जाता है, जिससे अपार जनधन की क्षति होती है।









आतंकवाद का उद्देश्य क्या है?





हिंसात्मक गतिविधियों द्वारा अपनी मनमानी मांगो को सरकार द्वारा पूरा करवाना आतंकवाद (Terrorism) का उद्देश्य होता है।









आतंकवाद दिवस कब मनाया जाता है?





21 मई 1991 कोभारत के कांग्रेसी प्रधानमंत्री राजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, इसलिए प्रत्येक वर्ष 21 को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti Terrorism day) के रूप में मनाया जाता है।







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