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Showing posts from April, 2023

तुलसीदास का जीवन परिचय कक्षा 9th और 10th Tulsidas jivan parichay

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तुलसीदास का जीवन परिचय Tulsidas ka jivan parichay class 10th  हैलो दोस्तों नमस्कार आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख  तुलसीदास का जीवन परिचय  (Biography of tulsidas class 9th or 10th) में। दोस्तों इस लेख में आप तुलसीदास का जीवन परिचय कक्षा 9, तुलसीदास का जीवन परिचय कक्षा 10 हिंदी में पढ़ेंगे, जिसमे आप तुलसीदास कौन थे, तुलसीदास की रचनाएँ, तुलसीदास का भाव पक्ष और कला पक्ष के बारे में जानेंगे, तो आइये दोस्तों शुरू करते है, आज का यह लेख तुलसीदास का जीवन परिचय कक्षा 9 और 10:- इसे भी पढ़े:-  सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय तुलसीदास कौन थे who was tulsidas  तुलसीदास हिंदी साहित्य के एक महान कवि और भक्त थे, जिन्हें गोस्वामी तुलसीदास के नाम से जाना जाता था।गोस्वामी तुलसीदास हिंदी साहित्य के राम भक्ति शाखा के एक महान कवि और शांतिदूत थे, जिन्होंने अपना महान ग्रंथ रामचरितमानस लिखा।     रामचरितमानस लिखने के कारण तुलसीदास को महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है। गोस्वामी तुलसीदास एक कवि, संत होने के साथ ही समाज सुधारक के रूप में भी जाने जाते हैं। तु...

सर्व शिक्षा अभियान पर निबंध Essay on Sarva Shiksha Abhiyan

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सर्व शिक्षा अभियान पर निबंध Essay on Sarva Shiksha Abhiyan हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख सर्व शिक्षा अभियान पर निबंध (Essay on Sarva Shiksha Abhiyan) में। दोस्तों यहाँ पर आप सर्व शिक्षा अभियान क्या है इसके उदेश्य तथा लाभ के साथ अन्य कई महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जान पाएंगे, तो आइये शुरू करते है, यह लेख सर्व शिक्षा अभियान पर निबंध:- इसे भी पढ़े:-  विद्या सम्बल योजना पर निबंध प्रस्तावना Preface  वैसे तो हमारे देश में सरकार द्वारा बहुत सारे अभियान लागू किए गये हैं, ताकि इस देश का संचालन अच्छे से हो सके, और किसी भी व्यक्ति को किसी चीज के लिए परेशानी ना हो। लेकिन उनमें से सबसे महत्वपूर्ण अभियान है सर्व शिक्षा अभियान का आपने इस अभियान के बारे में कभी ना कभी तो सुना ही होगा। अगर नहीं तो आज के इस निबंध को पढ़ने के बाद आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गई जायेगी। क्योंकि आज हम आपको सर्व शिक्षा अभियान के बारे में इस निबंध के माध्यम से बताने वाले हैं, यानी कि आज हम अपने लेख के माध्यम से आपको सर्व शिक्षा अभियान एवं उसके महत्व के बारे में बताने वाले हैं। इसे ...

अंगद किसका पुत्र था और कहानी Whose son was Angad and story in hindi

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अंगद किसका पुत्र था कहानी whose son was Angad story  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका इस लेख अंगद किसका पुत्र था  (Whose son was Angad) में, बहुत बहुत स्वागत है। दोस्तों आप इस लेख में आप अंगद किसका पुत्र था? अंगद मंदोदरी का पुत्र कैसे हुआ  अंगद का जन्म अंगद के पिता का नाम, तथा अंगद से जुड़े कई रहस्य (Secret) जानेंगे। तो दोस्तों आइये शुरू करते है, यह लेख अंगद किसका पुत्र था। इसे भी पढ़े :-  भगवान विष्णु के 108 नाम अंगद किसका पुत्र था whose son was Angad   अंगद किसका पुत्र था - रामायण के अनुसार अंगद महाबली किष्कीन्धा के इंद्र पुत्र बानर राज बाली तथा पंच कन्याओं में से एक तारा का पुत्र तथा। बाली और तारा को बहुत मुश्किलों के पश्चात् ही अंगद पुत्र रूप में प्राप्त हुआ था। अंगद रामायण और राम - रावण के युद्ध का एक प्रमुख पात्र भी था। जिसने लंका में शांति दूत बनकर अपने स्वामी श्रीराम की ओर से साहस और शक्ति का प्रदर्शन भी किया था। और रावण का एक भी योद्धा अंगद का पैर भी नहीं डिगा सका। अपने पिता बाली की मृत्यु के बाद अंगद किष्कीन्धा का युवराज बना और श्रीराम की सेना में अपने ...

सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय Sumitranandan pant ka sahityik parichay

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सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय Sumitranandan pant ka sahityik parichay  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय (Sumitranandan pant ka sahityik parichay) में। दोस्तों यहाँ पर आप सुमित्रानंदन पंत का जीवन परिचय के साथ सुमित्रानंदन पंत की रचनाएँ, सुमित्रानंदन पंत का भावपक्ष, कलापक्ष के साथ साहित्य में स्थान पड़ेंगे। तो आइये शुरू करते है, यह लेख सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय, सुमित्रानंदन पंत का साहित्यिक परिचय pdf:- इसे भी पढ़े:-  गजानन माधव मुक्तिबोध का परिचय Gajajan Madhav Muktibodh ka Parichay सुमित्रानंदन पंत का जीवन परिचय Biography of Sumitranandan Pant प्रकृति के सुकुमार कवि और छायावाद के एक मुख्य स्तंभ के रूप में जाने जाने वाले महान व्यक्तित्व सुमित्रानंदन पंत का जन्म बागेश्वर जिले (District) के एक कौसानी  (Kaushani) नामक गांव में 20 मई 1900 ईसवी में हुआ था। सुमित्रानंदन पंत के पिता जी का नाम गंगादत्त था और उनकी माता जी का नाम सरस्वती देवी था। सुमित्रानंदन पंत अपने माता पिता की आठवीं संतान थे, किंतु जैसे ...

हंटर आयोग 1882 का इतिहास History of hunter commission 1882

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हंटर आयोग 1882 का इतिहास History of hunter commission 1882  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज के हमारे इस लेख हंटर आयोग 1882 के इतिहास  गुण दोष उद्देश्य नियुक्ति (History of hunter commission) में। दोस्तों आज हम इस लेख के माध्यम से भारतीय शिक्षा आयोग  जिसे हंटर आयोग के नाम से जाना जाता है। इसके बारे में विस्तार से जानेंगे,कि हंटर आयोग की स्थापना किस वर्ष हुई, हंटर आयोग का मुख्य उद्देश्य क्या था, हंटर आयोग की सिफारिशें क्या थी और हंटर आयोग के गुण और दोष क्या-क्या है? हंटर आयोग की नियुक्ति तो दोस्तों आइये शुरू करते हैं। यह लेख हंटर आयोग 1842 का इतिहास:- इसे भी पढ़े : -  सिंधु घाटी सभ्यता का इतिहास हंटर आयोग की स्थापना Hunter commission established  जब सन 1854 के वुड घोषणा पत्र को स्वीकार तो कर लिया गया, किंतु सरकार इसको व्यवहारिक रूप में नहीं ला पाई, जबकि वुड के घोषणा पत्र में निस्यंदन सिद्धांत को भी अस्वीकार कर दिया गया था और सार्वजनिक शिक्षा को मान्यता दे दी गई थी। किंतु तत्कालीन सरकार इस विषय पर भी उदासीन ही रही अंततः 3 फरवरी 1882 को तत्काली...

घनानंद का साहित्यिक जीवन परिचय Ghananand ka sahityik Jivan Parichay

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घनानंद का साहित्यिक जीवन परिचय Ghananand ka sahityik Jivan Parichay  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख घनानंद का साहित्यिक जीवन परिचय  ghananand ka jivan parichay, घनानंद का जीवन परिचयpdf, घनानंद का साहित्यिक परिचय  (Ghananad ka sahityik jivan parichay) में। दोस्तों इस लेख में आप घनानंद का जीवन परिचय के साथ ही घनानंद की प्रमुख रचनाएँ तथा घनानंद का भाव पक्ष कला पक्ष के बारे में जान पाएंगे, तो आइए दोस्तों करते हैं आज का यह लेख शुरू घनानंद का साहित्यिक जीवन परिचय:- इसे भी पढ़े: -  मुंशी प्रेमचंद्र का जीवन परिचय घनानंद का जीवन परिचय Ghananand ka Jivan Parichay  घनानंद हिंदी साहित्य के रीतिकाल के प्रमुख कवि हैं जिन्हें रीतिमुक्त काव्य धारा के कवि के रूप में जाना जाता है। घनानंद का जन्म 1658 ईस्वी में हुआ था जबकि उनकी मृत्यु 1739 ईस्वी में हुई। घनानंद और आनंदघन नाम के दो रचनाकार थे, जिनको पहले इतिहासकार एक ही मानते थे लेकिन आचार विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने यह सिद्ध कर दिया कि दोनों कवि अलग अलग हैं। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने घनानंद को रीतिकाल...

भूकंप पर निबंध हिंदी में Essay on earthquake in hindi

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भूकंप पर निबंध Essay on Earthquake हैलो दोस्तों नमस्कार आपका हमारे इस लेख भूकंप पर निबंध (Essay on earthquake in hindi)  में बहुत-बहुत स्वागत है। दोस्तों इस लेख में आप भूकंप पर छोटे- बड़े निबंध पढ़ेंगे, जो कक्षा 5 से लेकर कक्षा 12 तक अक्सर पूछे जाते हैं।  इस लेख में आप भूकंप क्या है? भूकंप कैसे आता है? तथा भूकंप से क्या क्या हानियां होती हैं? आदि कई महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानेंगे  दोस्तों भूकंप एक प्राकृतिक आपदा इसका कोई निश्चित समय नहीं रहता कि वह कब आएगा, किन्तु जब भी आता है तो भयंकर विनाश का कारण बनता है तो दोस्तों आगे बढ़ते हैं हमारे इस bhukamp par nibandh, लेख भूकंप पर निबंध में:- इसे भी पढ़े: -  ग्लोबल वॉर्मिंग पर निबंध भूकम्प पर निबंध 250 शब्दों में  Essay on earthquake  जब धरती अचानक हिलने लगती है, तो यह घटना भूकंप (Earthquake) कहलाती है, कियोकि जब पृथ्वी के अंदर के गर्म पदार्थों के कारण हलचल उत्पन्न होती है, तो वह भूकंप की स्थिति होती है। भूकंप कम और भारी दोनों तीव्रता का होता है। जब कम तीव्रता वाला भूकंप आता है, तो धरती केवल हिलती महसूस होती ...