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Showing posts from February, 2021

ताड़का का जीवन परिचय | Tadka ka jivan parichay

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ताड़का का जीवन परिचय Biography of tadka हैलो दोस्तों इस लेख  ताड़का के जीवन परिचय  (Biography of tadka ) में आपका बहुत - बहुत स्वागत है। इस लेख में एक और पौराणिक रामायण पात्र ताड़का के बारे में बताया गया है। इस लेख में ताड़का कौन थी, तड़का के पति, ताड़का वन तथा ताड़का के वध का वर्णन किया गया है. तो दोस्तों आइये शुरू करते है, ताड़का कौन थी। दुर्वासा ऋषि का जीवन परिचय ताड़का कौन थी who was tadka  रामायण भगवान श्रीराम की जीवन गाथा है, जो प्राचीन कवि वाल्मीकि (Balmiki) द्वारा लिखी गयी है, जिसमें ताड़का एक प्रमुख पात्र थी। राक्षसी ताड़के के पुत्र मारीच तथा सुबाहु थे जो बड़े ही दुष्ट प्रवृति के थे और मारीच और रावण की माँ केकसी के बीच भाई बहिन का रिश्ता था  ताड़का अतिबलशाली तथा क्रूर प्रवृति की राक्षसी थी जो वन में रहा करती थी तथा वहाँ से आने-जाने वाले लोगो ऋषि मुनियों को कष्ट पहुँचाती तथा उन्हें मारकर खा जाती थी। � ताड़का का अर्थ Meaning of tadaka  ताड़का शब्द संस्कृत भाषा (Sanskrit Languadge) का स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है। ताड़का का अर्थ ताड़ बृक्ष के पत्ते समान विशाल, खुश ...

कुंभकरण का जीवन परिचय | Kumbhkaran ka jivan parichay

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कुंभकरण का जीवन परिचय kumbhkaran's Biography हैलो दोस्तों आपका इस लेख कुंभकरण का जीवन परिचय (Biography of kumbhkaran) में बहुत-बहुत स्वागत है। इस लेख में हम आपको कुंभकरण जो कि भाई प्रेम का सबसे बड़ा उदाहरण था के बारे में बताने जा रहे हैं। इस पृथ्वी पर कई राक्षसों ने जन्म लिया जो बहुत ही विशाल शरीर और शक्तिशाली थे। उन्ही में से त्रेता युग का एक राक्षस था कुम्भकरण, तो जानते है, कुम्भकरण के बारे में कुम्भकरण का जीवन परिचय:- दुर्वासा ऋषि कौन थे परिचय कुंभकरण कौन था who was kumbhkaran   रामायण में कई ऐसे पात्र हैं जिनकी शौर्य और पराक्रम की गाथा कही नहीं जा सकती ऐसे महारथी योद्धा हुये हैं जिन्होंने भगवान श्री राम के साथ बड़ी ही शूरवीरता के साथ युद्ध किया जिनमें मेघनाथ अतिकाय आदि है रामायण का एक मुख्य पात्र कुंभकरण भी है। कुंभकरण विश्रवा और राक्षसी कैकसी का पुत्र था और साथ ही लंका के राजा रावण का छोटा भाई भी था। इसका नाम कुंभकरण से तात्पर्य कुंभ मतलब " धड़ा " और कण॔ मतलब " कान " से है।  बचपन से ही बहुत बड़े कान होने के कारण उनका नाम कुंभकर्ण रखा गया था। कुंभकरण, विभी...

मोनेरा जगत के लक्षण Monera jagat ke lakshan

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मोनेरा जगत के लक्षण Characteristics of the kingdom Monera हैलो दोस्तों इस लेख मोनेरा जगत के लक्षण (Characteristics of the kingdom Monera)   के लक्षण में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। मोनेरा जगत के कई प्राणियों के बारे में अक्सर कई परीक्षाओं में पूछा जाता है। तो आज हम इस पोस्ट में मोनेरा जगत का विस्तृत अध्ययन करेंगे यहाँ से आपको मोनेरा जगत के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त होगी। इसे भी पढ़े : -  रक्त स्कन्दन किसे कहते है मोनेरा जगत क्या है Monera jagat kya hai  मोनेरा जगत आरएच व्हिटेकर द्वारा दिया गया पाँच जगतों में से एक है. जिसमें सभी प्रकार के प्रोकैरियोटिक (Prokeryotic) जीवो को रखा गया है। प्रोकैरियोटिक जीव वे जीव होते हैं, जो एक कोशिकीय जीव होते है तथा ये प्रारंभिक जीव भी कहलाते हैं, क्योंकि इस प्रकार के जीवो में कई प्रकार के कोशिकांग अनुपस्थित होते हैं। मोनेरा जगत के प्राणी सबसे सूक्ष्म और सरल आकृति तथा संरचना वाले होते हैं, जो सभी स्थानों पर जैसे- मिट्टी, जल, वायु, गर्मजल में पाए जाते है। यहाँ तक कि 80 डिग्री सेंटीग्रेड तक और हिमखंड की  तली, रेगिस्तान आद...

रावण किसका अवतार था Ravan kiska avtar tha

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रावण किसका अवतार था  w hose avtar was ravan  हैलो दोस्तों नमस्कार आपका इस लेख  रावण किसका अवतार था  (Ravan kiska avtar tha) में बहुत बहुत स्वागत है, आज आपको एक लेख में हम बताएंगे कि रावण किसका अवतार था। इसके बारे में बहुत से लोग अभी नहीं जानते। दोस्तों आपको इस लेख के माध्यम से रावण किसका अवतार था बताएँगे, तो आइए दोस्तों जानते हैं, कि रावण किसका अवतार था। दुर्वासा ऋषि कौन थे रावण कौन था W ho was Ravan   यह एक बहुत ही सरल प्रश्न है, जिसका उत्तर आप सभी को अवश्य पता होगा, कि रावण लंका का राजा था जिसकी पत्नी मंदोदरी थी। लेकिन रावण का जवाब सिर्फ एक वाक्य में नहीं दिया जा सकता है, क्योंकी रावण ज्ञान का ज़बरदस्त भंडार था  और उसके जैसा विद्वान पंडित इस पूरी दुनिया में पहले कभी नहीं थे और न ही कभी होंगया। अब आप सोच रहे होंगे कि अगर वह पंडित था तो भगवान श्रीराम ने उसे क्यों मारा? रावण का पूरा परिचय जान ने से पहले हम इस बारे में और चर्चा करेंगे। वास्तव में रावण एक बहुत ही विद्वान, सेनापती, वास्तुकला का वास्तुकार और साथ-साथ विज्ञान से संबंधित कई ज्ञान का स्...

मेघनाद किसका अवतार था whose avtar was Meghnad

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मेघनाद किसका अवतार था  Meghnad kiska avtar tha  हैल्लो दोस्तों इस लेख  मेघनाद का परिचय तथा मेघनाद किसका अवतार  (Whose Avtar was Meghnad) था में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। इस लेख में आप लंकापति रावण पुत्र मेघनाथ के बारे में कई रोचक बातें जानेंगे। कि मेघनाथ कौन था? मेघनाद का वध कैसे हुआ? आदि महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानेंगे तो दोस्तों आइए शुरू करते हैं, मेघनाथ किसका अवतार था:-  मेघनाद (इंद्रजीत) कौन था w ho was meghnad   मेघनाद लंकापति रावण का सबसे बड़ा पुत्र था, जिसे एक महान योद्धा के रूप में देखा जाता था। रावण की पहली पत्नी मंदोदरी मेघनाद की माँ थी, जिसने अपने गर्भ से ऐसे वीर पुत्र को जन्म दिया था। मेघनाद नाम रखने के पीछे एक दिलचस्प तथ्य छिपा है। ऐसा कहा जाता है कि जब मेघनाद पैदा हुआ था तो वह किसी सामान्य बच्चे की तरह नहीं रोता था बल्कि जब वह रोता था तो ऐसा लगता था जैसे बादल गरज रहे हो और इसलिए रावण (Ravan) ने अपने पुत्र का नाम मेघनाद रखा था। मेघनाद का जन्म  B irth of Meghnad  मेघनाद के जन्म के समय, लंकापति रावण ने सभी ग्रहों को अपने 11 ...

हरिता हरम वृक्षारोपण योजना पर निबंध Haritha haram essay in hindi

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हरिता हरम वृक्षारोपण योजना पर निबंध h aritha haram tree plantion program in hindi  हैलो दोस्तों इस लेख  हरिता हरम वृक्षारोपण योजना  पर निबंध Harita haram Essay में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। इस लेख में हमने हरिता हरम क्या है? हरिता हरम का महत्व के साथ कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को एकत्रित किया है जो आप सभी की ज्ञान की दृष्टि से बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो सकता है। हरिता हरम योजना वृक्षारोपण से सम्बंधित योजना है और वृक्ष लगाना एक महान कार्य है क़्योकी वृक्ष के बिना जीवन कि कल्पना भी नहीं कर सकते। तो आइये बढ़ते है इस लेख में :- हरिता हरम योजना पर निबंध Essay on haritha haram  सुंदरता हमारी प्रकृति का एक गहना है, इसलिए हमारी प्रकृति बहुत से गहनों के साथ ऐसे सजी रहती है जैसे एक नई दुल्हन हो। नदियां, पहाड़, पेड़ पौधे , नाना प्रकार के जीव जंतु पक्षी आदि ही हमारी प्रकृति की सुंदरता के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं और इसमें सबसे भाग्यशाली है " मनुष्य" जो प्रकृति की इस सुंदरता का भरपूर लाभ उठाता है, क्योंकि प्रकृति के द्वारा प्रदत्त पेड़ पौधे मनुष्य को तथा मनुष्य के साथ पृथ्वी पर उपस्थित ...

समाचार पत्र पर निबंध | Essay on Newspaper in hindi

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समाचार पत्र पर निबंध महत्व Essay on Newspaper in hindi  हैलो दोस्तों इस लेख समाचार पत्र पर निबंध (महत्व ) (Essay on newspaper in hindi) में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। इस लेख में हमने  समाचार पत्र के बारे में तथा इससे संबंधित समस्त पहलुओं को सीधी सरल भाषा में समझाया गया है।  समाचार पत्र पर निबंध कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12वीं तक तथा उच्च कक्षाओं में हमेशा पूछा जाता है। समाचार पत्र ही एक ऐसा सस्ता माध्यम है। तो आइये दोस्तों जानते है इस सस्ते माध्यम के बारे में:-  ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध समाचार पत्र पर निबंध 100 शब्द Essay on Newspeper in 100 words  समाचार पत्र सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने का सबसे सस्ता साधन है जो बड़ी ही आसानी से उपलब्ध हो जाता है। समाचार पत्र कई प्रकार के होते है जिनमें दैनिक, साप्ताहिक, तथा मासिक अधिक प्रचलित तथा लोकप्रिय है। भारत का पहला हिंदी समाचार पत्र उदंत मार्तंड है। किन्तु वर्तमान में कई समाचार पत्र प्रचलित है जो कई भाषाओं में छापे जाते है, तथा उनका क्षेत्र अलग - अलग है। प्रमुख रूप से दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, नई दुनियाँ, नवभारत टाइम्स,...