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Showing posts from November, 2021

इंटरनेट पर निबंध Essay on internrt in hindi

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style="display:block" data-ad-client="ca-pub-4937722633288941" data-ad-slot="6331391552" data-ad-format="auto" data-full-width-responsive="true"> इंटरनेट पर निबंध Essay on internrt in hindi   हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है आज के हमारे इस लेख इंटरनेट पर निबंध हिंदी में (Essay on Internet in hindi)। दोस्तों इंटरनेट शब्द के बारे में तो सभी परिचित हैं। आज हम इसी टॉपिक पर निबंध लेकर आए हैं, यह निबंध कक्षा 1 से लेकर उच्च कक्षाओं तक पूँछा जाने वाला निबंध है। यहाँ पर इंटरनेट पर निबंध 150 शब्दों में 250 तथा 1000 शब्दों में प्रस्तुत किया गया है। यहाँ से आप इंटरनेट पर निबंध लिखने का आइडिया भी ले सकते हैं, तो दोस्तों आइए शुरू करते हैं, आज का यह लेख इंटरनेट पर निबंध:- कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध इंटरनेट पर निबंध 150 शब्द Essay on internet in 150 words  इंटरनेट एक ऐसा शब्द है जिससे आज सारी दुनियाँ परिचित है, कियोकि यह संचार प्रधोगिकी का सबसे अहम्इं हिस्सा है। इंटरनेट का हिंदी नाम अंतरजाल है, जिससे दुनियाँ के...

आंखों देखी घटना पर निबंध Essay on eye sighted event

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आंखों देखी घटना पर निबंध Essay on eye sighted event हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख आंखों देखी घटना पर निबंध (Essay on eye sighted event) में। दोस्तों यहाँ पर आज हम एक जीवन की अविस्मरणीय घटना पर निबंध का वर्णन कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आपके ह्रदय में दुख का सागर उमड़ पड़ेगा। दोस्तों आप यहाँ से आंखों देखी दुर्घटना पर निबंध, सड़क दुर्घटना पर निबंध, हवाई दुर्घटना पर निबंध के बारे में आईडिया अभी ले सकते हैं, तो आइए दोस्तों करते हैं, शुरू आज का यह लेख आंखों देखी घटना पर निबंध:- कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध प्रस्तावना Preface  पृथ्वी पर हर एक प्राणी का जीवन बड़ा ही दुखमय होता है। पग-पग पर उसे विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। प्रत्येक जीव जंतु के साथ हर वक्त विभिन्न प्रकार की घटनाएँ भी होती रहती हैं। कुछ घटनाएँ ऐसी होती हैं, जिन्हें हम भूल जाते हैं, किंतु कुछ घटनाएँ हमारे मन और मस्तिष्क पर अपनी छाप छोड़ जाती हैं। मनुष्य या प्रत्येक जीव जंतु जब से पैदा होता है,  तब से अंत तक विभिन्न प्रकार की घटनाओं का सामना करता है, जिसमें कुछ ऐसी बड़ी घटनाएँ भी घ...

आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय कक्षा 10 Biography of Acharya Ramchandra Shukla class 10

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style="display:block" data-ad-client="ca-pub-4937722633288941" data-ad-slot="3623960447" data-ad-format="auto"> रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय कक्षा 10 Biography of Ramchandra Shukla class 10  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय कक्षा 10  (Biography of Acharya Ramchandra shukl) में। दोस्तों इस लेख के द्वारा आप आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय के साथ ही उनका साहित्य में योगदान, प्रमुख रचनाएँ, उनकी भाषा और शैली के बारे में भी जान पाएंगे। दोस्तों आप यहाँ से कक्षा 10th का कक्षा 12th में आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय लिखने का आइडिया भी ले सकते हैं। तो आइए दोस्तों करते हैं, आज का यह लेख शुरू आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय और जानते है उनके बारे में:- कविवर बिहारी का जीवन परिचय रामचंद्र शुक्ल का जीवन परिचय Biography of Ramchandra Shukla  आचार्य रामचंद्र शुक्ल हिंदी साहित्य के उच्च कोटि के निबंधकार और समालोचक माने जाते हैं, जिन्होंने अपनी अमूल्य रचनाएँ हिं...

मीराबाई का साहित्यिक जीवन परिचय Mirabai ka sahityik Jivan Parichay

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मीराबाई का साहित्यिक जीवन परिचय Mirabai ka sahityik Jivan Parichay  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख मीराबाई का जीवन परिचय में (Biography of Mirabai) । दोस्तों इस लेख में आप भक्त कवि मीराबाई का जीवन परिचय पड़ेंगे। इसके साथ ही आप मीराबाई कौन थी? मीराबाई की साहित्यिक रचनाएँ मीराबाई का भाव पक्ष कला पक्ष के साथ अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी जान पाएंगे। तो आइए दोस्तों करते हैं, आज का यह लेख शुरू मीराबाई का साहित्यिक जीवन परिचय:- जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय मीराबाई का जीवन परिचय Mirabai ka Jivan Parichay  जब बात हिंदी साहित्य की हो रही हो तो उसमें मीराबाई का नाम अवश्य लिया जाता है। मीराबाई ने हिंदी साहित्य को भक्तिपरक रचनाएँ प्रदान की हैं। ऐसी भक्तवत्सल रचनाएँ लिखने वाली मीराबाई का जन्म राजस्थान में जोधपुर के मेड़ता के निकट चौकड़ी ग्राम में सन 1503 में हुआ था। उनके पिता का नाम राठौर रतन सिंह था। जब मीराबाई बचपन अवस्था में थी तब उनकी माँ का निधन हो गया तथा उनके पिताजी भी अपने कार्य के कारण हमेशा घर से दूर रहा करते थे। इसलिए उनका पालन पोषण मुख...

कलम की आत्मकथा पर निबंध Essay on autobiography of pen in hindi

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कलम की आत्मकथा पर निबंध Essay on autobiography of pen in hindi   हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख एक कलम की आत्मकथा पर निबंध हिंदी (Essay on autobiography of Pen) में। इस लेख के माध्यम से आप कलम की आत्मकथा हिंदी में पड़ेंगे। यह कलम की आत्मकथा पर निबंध कक्षा एक से लेकर बारहवीं तथा उच्च कक्षाओं में हमेशा पूछा जाता है, इसलिए आप यहाँ से कलम की आत्मकथा पर निबंध लिखने का आईडिया भी ले सकते हैं। यहाँ पर कलम की आत्मकथा पर निबंध मुख्य हैडिंग्स के साथ समझाने का प्रयास किया गया है, तो आइए दोस्तों करते हैं, आज का यह लेख शुरू कलम की आत्मकथा पर निबंध है:-  कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध प्रस्तावना Preface मेरा नाम कलम है। मैं दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा परिचित हूँ। सभी मुझे अच्छी तरह से जानते हैं। मेरा यह नाम कलम अरबी भाषा से हिंदी भाषा में आया हुआ है, जबकि मुझे संस्कृत में लेखनी कहा जाता है। लेखनी का अर्थ होता है, लिखने का औजार। वैसे तो मैं एक साधारण सी संरचना वाली वस्तु हूँ, किंतु यह इतिहास गवाह है, कि मैंने कई बड़े - बड़े आंदोलन और राजनीतिक परिवर्तन किय...

गजानन माधव मुक्तिबोध का जीवन परिचय Gajanan Madhav muktibodh ka jeevan parichay

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गजानन माधव मुक्तिबोध का जीवन परिचय Gajanan Madhav muktibodh ka jeevan parichay हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख गजानन माधव मुक्तिबोध के जीवन परिचय  (Gajanan Madhav Muktibodh Ka jivan Parichay) में। दोस्तों इस लेख के माध्यम से आप गजानन माधव मुक्तिबोध का साहित्यिक परिचय के साथ ही गजानन माधव मुक्तिबोध की जीवनी के बारे में भी जान सकेंगे। तो आइए दोस्तों पढ़ते हैं आजका यह लेख गजानन माधव मुक्तिबोध का जीवन परिचय:- महादेवी वर्मा गजानन माधव मुक्तिबोध का जीवनी Gajanan Madhav muktibodh ki jeevni   गजानन माधव मुक्तिबोध को नई कविता का सशक्त कवि के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 13 अक्टूबर 1917 को मुरैना जिला के श्योपुर में हुआ था। गजानन माधव मुक्तिबोध के पूर्वज महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं क्योंकि उनके परदादा जिनका नाम वासुदेव की था वह महाराष्ट्र से ग्वालियर के पास श्योपुर नगर में आकर बस गए थे। गजानन माधव मुक्तिबोध के पिता का नाम माधवराव मुक्तिबोध था तथा उनकी माता जी का नाम पार्वती बाई था। पार्वतीबाई एक सरल साधारण तथा कृषक परिवार से संबंध रखती थी। इनके पिता...

केशव दास का जीवन परिचय Keshav Das ka Jivan Parichay

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केशव दास का जीवन परिचय Keshav Das ka Jivan Parichay  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख केशवदास का जीवन परिचय में। दोस्तों इस लेख में आप केशवदास का जीवन परिचय  (Keshavdas Ka jivan Parichay) के साथ ही केशवदास की महत्वपूर्ण रचनाएँ केशवदास का भाव पक्ष, कला पक्ष आदि के बारे में भी जान पाएंगे। दोस्तों केशवदास के बारे में विभिन्न परीक्षाओं में कई तथ्य पूछे जाते हैं। यहाँ से आप उन सभी की तैयारी आसानी से कर सकते हैं, तो आइए दोस्तों करते हैं, आज का यह लेख शुरू केशवदास का जीवन परिचय:- रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय  केशव दास का जीवन परिचय Keshav Das ka Jivan Parichay  हिंदी साहित्य में केशवदास का भी एक अमूल्य स्थान है केशवदास विलक्षण और प्रतिभाशाली रीतिकालीन कवि माने जाते हैं, उन्हें रीतिकाल के कवि-त्रयी प्रवर्तक भी कहा जाता है। ऐसे महान रितिकालीन कवि केशवदास के जन्म के संबंध में अनेक विद्वानों के विभिन्न प्रकार के मत हैं। किंतु रामचंद्र शुक्ल कहते हैं, कि इनका जन्म 1555 ईसवी तथा मृत्यु 1617 ईसवी हो सकती है। केशवदास का जन्म उत्तर प्रदेश राज्य क...

कविवर बिहारी का साहित्यिक परिचय Bihari Lal ka Sahityik Parichay

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कविवर बिहारी का साहित्यिक परिचय Bihari Lal ka Sahityik Parichay  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के हमारे इस लेख कविवर बिहारी लाल के साहित्यिक जीवन परिचय (Kavivar bihari lal ka sahityik jivan parichay) में । दोस्तों इस लेख के माध्यम से आप हिंदी साहित्य के एक महान कवि बिहारीलाल का जीवन परिचय के साथ ही उनकी प्रमुख रचनाएँ, भाव पक्ष, कला पक्ष तथा अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जान पाएंगे। तो आइए दोस्तों करते हैं, आजका यह लेख शुरू कविवर बिहारीलाल का साहित्यिक जीवन परिचय:- रामधारी सिंह दिनकर कविवर बिहारीलाल का जीवन परिचय Bihari Lal ka Jivan Parichay   बिहारीलाल रीतिकाल के एक सम्मानित कवि हैं, जिन्होंने काव्य में श्रृंगार रस का अद्वितीय वर्णन किया है। ऐसे श्रृंगार रस के प्रेमी रीतिकाल के महान कवि बिहारी लाल का जन्म 1595 ईस्वी में गोविंदपुर नामक ग्राम में हुआ था। उनके पिताजी का नाम केशव राय था, जो उन्हें ओरछा लेकर आ गए थे. इसलिए बिहारी लाल का बचपन बुंदेलखंड में ही बीता तथा उनका विवाह मथुरा में हुआ तो वे अपने ससुराल में ही आकर बस गए। बिहारीलाल के गुरु का नाम बाब...

भगवान विष्णु का सातवाँ अवतार Bhagwan vishnu ka chhathvan avtar

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भगवान विष्णु का सातवाँ अवतार Bhagwan vishnu ka saatvan avtar  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख भगवान विष्णु का सातवाँ  अवतार (God Vishnu ka Saatvan avtar)  में। दोस्तों इस लेख में आप भगवान विष्णु के छठवे अवतार की कथा पड़ेंगे, साथ ही यह जानेंगे की भगवान विष्णु का  सातवाँ  अवतार क्यों हुआ था। तो दोस्तों आइये पढ़ते है यह लेख भगवान विष्णु का  सातवाँ  अवतार:- महर्षि दधीचि का जीवन परिचय भगवान विष्णु का श्रीराम अवतार Bhagwan vishnu ka shriram avtar  भगवान विष्णु का  सातवाँ  अवतार त्रेता युग में हुआ था। जिस समय धरती पर अत्याचार,अनीति तथा अधर्म का साम्राज्य चारों तरफ फैल गया था। राक्षसों के भय से ऋषि मुनि जंगलों में छिपते फिर रहे थे, यज्ञ अनुष्ठान बंद हो गए थे, धरती पापी राक्षसों के अत्याचारों के कारण बेहाल हो गई थी, उस समय भगवान विष्णु ने अयोध्यापति महाराजा दशरथ के घर श्रीराम के रूप में जन्म लिया जो भगवान विष्णु का छठवाँ अवतार कहलाता है। भगवान विष्णु ने अपने सातवे अवतार में कई राक्षसों का वध करके पृथ्वी को राक्षसों से मुक्...