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Showing posts from June, 2021

ज्वालामुखी पर निबंध हिंदी में Essay on volcano in hindi

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ज्वालामुखी पर निबंध हिंदी में Essay on volcano in hindi हैलो दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख ज्वालामुखी पर निबंध हिंदी में (Essay on Volcano in hindi)।  दोस्तों इस लेख के माध्यम से आप ज्वालामुखी किसे कहते है? ज्वालामुखी के प्रकार,ज्वालामुखी विस्फोट क्या है? आदि कई महत्वपूर्ण तथ्यों को जान सकेंगे, तो आइये दोस्तों शुरू करते है, यह लेख ज्वालामुखी पर निबंध हिंदी में :- सुनामी पर निबंध ज्वालामुखी किसे कहते है what is volcano  ज्वालामुखी एक प्राकृतिक घटना  (Natural Disaster) है, जो पृथ्वी पर लंबे परिवर्तन के कारण संभव होती है। यह इतनी विनाशकारी घटना होती है, कि दूर - दूर तक अपना प्रभाव (Effect) लंबे समय तक फैलाती रहती है। ज्वालामुखी पृथ्वी तल पर एक प्रकार का छिद्र या दरार होती है। जिससे पृथ्वी के अंदर का गर्म पदार्थ है, जिसमें लावा,राख,जलवाष्प,विषैली गैसे बाहर निकलती हैं, जो दूर-दूर तक के क्षेत्रों में फैल जाती है, और विभिन्न प्रकार के दुष्परिणाम उत्पन्न कर देती हैं। ज्वालामुखी में लगभग 80 से 90% तक जलवाष्प पाई जाती हैं। जिनमें कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन और नाइट्रो...

रामधारी सिंह दिनकर पर निबंध Essay on Ramdhari singh dinkar

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रामधारी सिंह दिनकर पर निबंध Essay on Ramdhari singh dinkar  हैलो दोस्तों आपका बहुत बहुत स्वागत है, इस लेख रामधारी सिंह दिनकर पर निबंध  (Essay on Ramdhari singh dinkar) में। दोस्तों इस लेख में आप रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय रचनाएँ भाव पक्ष, कला पक्ष के साथ ही रामधारी सिंह दिनकर का साहित्य में स्थान के बारे में पड़ेंगे, तो आइये दोस्तों करते है शुरू यह लेख रामधारी सिंह दिनकर पर निबंध:- इसे भी पढ़े:-  गजानन माधव मुक्तिबोध का जीवन परिचय रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय Jivan parichay of Ramdhari singh dinkar  रामधारी सिंह दिनकर हिंदी के प्रसिद्ध कवि (Poet) तथा क्रांतिकारी गीतों के गायक लेखक तथा विद्रोही कवि कहे जाते थे। जिनका जन्म भारत देश के राज्य बिहार 1908 में मुंगेर जिले में स्थित एक छोटे से गांव सिमरिया में हुआ था। रामधारी सिंह दिनकर के पिता का नाम रवि सिंह तथा माता का नाम मनरूपा देवी था। रामधारी सिंह दिनकर के पिता एक साधारण व्यक्ति थे। किंतु उनके जीवन में राष्ट्रप्रेम, देशभक्ति, दया, करुणा जैसे गुण अधिक देखने को मिलते थे। और यही गुण अपने पिता से प्राप्त किए रा...

तुलसीदास पर निबंध Essay on tulsidas in hindi

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तुलसीदास पर निबंध Essay on Tulsidas in hindi  हैलो दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख तुलसीदास पर निबंध हिंदी (Essay on Tulsidas)  में। दोस्तों इस लेख में आप तुलसीदास पर निबंध हिंदी में पढ़ेंगे। जिसमे आप तुलसीदास कौन थे, तुलसीदास की रचनाएँ तथा भाव पक्ष और कला पक्ष के बारे में जानेंगे। तो आइये दोस्तों शुरू करते है, आज का यह लेख तुलसीदास पर निबंध:- गौतम बुद्ध पर निबंध तुलसीदास कौन थे Who was Tulsidas  गोस्वामी तुलसीदास हिंदी साहित्य के एक महान कवि और हनुमान भक्त थे, जिन्हें गोस्वामी तुलसीदास के नाम से भी जाना जाता था। गोस्वामी तुलसीदास हिंदी साहित्य के राम भक्ति शाखा के एक महान कवि और शांतिदूत थे, जिन्होंने अपना एक पवित्र महान ग्रंथ (Great Epic)  रामचरितमानस लिखा। रामचरितमानस लिखने के कारण तुलसीदास को महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है। गोस्वामी तुलसीदास एक कवि, संत होने के साथ ही समाज सुधारक (Social Reformer) के रूप में भी जाने जाते हैं। डाकिया पर निबंध तुलसीदास का जीवन परिचय Introduction of Tulsidas  रामभक्ति काव्य धारा के मुख्य प्रतिनिधि कवि, महात्...

डाकिया पर निबंध Essay on postman in Hindi

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डाकिया पर निबंध Essay on Postman in Hindi हैलो दोस्तो नमस्कार आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज के हमारे इस लेख डाकिया पर निबंध (Essay on Postman)  में। दोस्तों आज के इस लेख में हम एक महत्वपूर्ण व्यक्ति डाकिया के बारे में जानेंगे जिसे आप लोगों ने अक्सर गाँव में देखा शहरों में आते जाते हुए देखा होगा, तो आइए दोस्तों जानते हैं उस महत्वपूर्ण व्यक्ति के बारे में की डाकिया क्या होता है और डाकिया क्या काम करता है:- इसे भी पढ़े :-   कबीर दास पर निबंध डाकिया क्या होता है what is Postman  डाकिया एक बहुत ही परिश्रमी व्यक्ति होता है, जो सर्दी बरसात, गर्मी सभी ऋतुओं (Season) में अपना काम बड़ी ही मेहनत और ईमानदारी से करता है। डाकिया जैसा परिश्रमशील कोई व्यक्ति हो ही नहीं सकता जो बहुत ही कम तनख्वाह पर अपना काम पूरी निष्ठा तथा ईमानदारी के साथ समय पर करता है। डाकिया (Postman) आमतौर पर एक व्यक्ति ही होता है लेकिन अब डाकिया का काम महिलाएँ भी करने लगी है। डाकिया खाकी वर्दी पहनते हैं तथा कभी-कभी वे टोपी भी लगा लेते है। यह खाकी की ड्रेस ही डाकिया की पहचान होती है। डाकिया पूरे गाँव को जानता है, वह ग...

गौतम बुद्ध पर निबंध Essay on Gautam Buddha in Hindi

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गौतम बुद्ध पर निबंध Essay on Gautam Buddha in Hindi  हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के इस लेख महात्मा गौतम बुद्ध पर निबंध  (Essay on Gautam Buddh) में। दोस्तों इस लेख महात्मा गौतम बुद्ध पर निबंध के माध्यम से आप गौतम बुद्ध के बारे में समस्त महत्वपूर्ण तथ्यों को जान पाएंगे कि महात्मा गौतम बुद्ध कौन थे? और उन्होंने किस प्रकार से ज्ञान प्राप्त किया? तो आइए दोस्तों शुरू करते हैं, आज का यह लेख गौतम बुद्ध पर निबंध :- गाय पर निबंध गौतम बुद्ध कौन थे who was Gautam Budh   भारत देश कई ऋषि मुनियों तथा धर्त्माओं की पवित्र भूमि है, जिन्होंने मानव जीवन के परोपकार और कल्याण के लिए अपना सर्वस्य जीवन (Whole Life) समर्पित कर दिया। उन्हीं महान पुरुषों में और महान आत्माओं में से एक महापुरुष थे "गौतम बुद्ध" भगवान का अवतार कहे जाने वाले गौतम बुद्ध भारत के शाक्य वंश (Shakya dynesty) के एक राजकुमार सिद्धार्थ थे। जिन्होंने घर परिवार त्याग कर सत्य की खोज के लिए सन्यास जीवन ग्रहण किया और सत्य का ज्ञान प्राप्त करके बुद्ध कहलाए। सत्य ज्ञान प्राप्त करने के बाद को महात्मा बुध कहा जाने...

सूरदास पर निबंध Essay on Surdas in hindi

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सूरदास पर निबंध Essay on Surdas in hindi   हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है, आज के इस लेख में महाकवि सूरदास पर निबंध हिंदी में (Essay on surdas in hindi)। दोस्तों इस लेख के माध्यम से आप हिंदी साहित्य के भक्तिकाल के महान कवि सूरदास के बारे में जानेंगे। की महाकवि सूरदास का जन्म कहाँ हुआ था? महाकवि सूरदास की रचनाएँ कौन-कौन सी हैं? महाकवि सूरदास का भाव पक्ष और कला पक्ष क्या है? तो आइए दोस्तों शुरू करते हैं आज का यह लेख महाकवि सूरदास पर निबंध हिंदी में:- पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध सूरदास कौन थे who was Surdas  सूरदास हिंदी साहित्य के भक्तिकाल की प्रेमाश्रयी शाखा के अंतर्गत सगुण ब्रह्मा भगवान श्री कृष्ण के उपासक तथा एक महाकवि थे। जिन्होंने भक्ति काल की प्रेमाश्रयी शाखा को सगुण ब्रह्म धारा से युक्त विभिन्न प्रकार की रचनाएँ प्रस्तुत प्रदान की। सूरदास भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त थे। इसलिए उन्होंने भगवान विष्णु को अपना आराध्य देव मानकर भगवान श्री कृष्ण से संबंधित विभिन्न प्रकार की रचनाओं का सृजन किया। जिसमें भगवान श्री कृष्ण के प्रति वात्सल्य तथा प्रेम की आभा झलकती र...

महर्षि बाल्मीकि कौन थे who was Maharishi Balmiki in hindi

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महर्षि बाल्मीकि कौन थे who was Maharishi Balmiki in hindi हैल्लो दोस्तों इस लेख महर्षि बाल्मीकि कौन थे। Who was Maharishi Balmiki in hindi में आपका बहुत बहुत स्वागत है। इस लेख में रामायण रचयिता महर्षि बाल्मीकि का जीवन परिचय का वर्णन  सरल भाषा में किया गया है। इसके साथ ही महर्षि बाल्मीकि का जन्म कैसेेेे हुआ ? उनका पालन पोषण कैसे हुआ? आदि के बारे में जानेंगे तो आइये पढना शुरू करते है, यह लेख महर्षि बाल्मीकि कौन थे:- सूर्पनखा की कहानी महर्षि बाल्मीकि कौन थे Who was Maharishi Balmiki  महर्षि बाल्मीकि सतयुग के एक महान ऋषि हुआ करते थे। जिनका वास्तविक नाम रत्नाकर था,तथा उन्हें डाकू माल्या के नाम से भी जाना जाता था। महर्षि बाल्मीकि का जन्म अश्विन पूर्णिमा को हुआ था। इनके पिता प्रणेता के मानस पुत्र थे। महर्षि बाल्मीकि को बचपन में ही एक भीलनी ने चुरा लिया था और उसने ही उनका पालन पोषण किया। महर्षि बाल्मीकि ने जंगल में रहने वाली भील जाती की परंपरा को अपनाया और एक भीलनी से शादी करके कई पुत्र उत्पन्न किये तथा उनके भरण पोषण के लिए डाकू बन गए। पंच कन्याओं के नाम महर्षि बाल्मीकि जयंती Mahar...

अगस्त्य ऋषि कौन थे उनका परिचय who was Agastya rishi introduction

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अगस्त्य ऋषि कौन थे, परिचय who was Agastya rishi introduction  दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस लेख अगस्त्य ऋषि कौन थे  (who was agastya rishi) में दोस्तों इस लेख में आप  अगस्त्य  ऋषि के बारे में जानेंगे। कि अगस्त ऋषि कौन थे? अगस्त ऋषि का आश्रम कहा था? इसके साथ ही आप अगस्त ऋषि के बारे में प्रमुख आश्चर्यजनक तथ्यों के बारे में भी जानेंगे। दोस्तों भारतवर्ष ऋषि-मुनियों की भूमि है जहाँ पर कई गुणी और महान ऋषियों ने जन्म लिया है उनमें से एक ऋषि महर्षि अगस्त्य थे। तो आइए दोस्तों जानते हैं इस लेख में अगस्त्य ऋषि कौन थे:- इसे भी पढ़े: -  माँ दुर्गा के 32 नाम 32Names of Maa Durga अगस्त्य मुनि कौन थे who was agustya muni   महर्षि अगस्त्य एक वैदिक कालीन महान ऋषि थे इनके भाई का नाम विश्रवा और पिता पुलत्स्य ऋषि थे ऐसे महान महर्षि अगस्त्य का जन्म श्रावण शुल्क पंचमी (3000 ई. पू.) काशी में हुआ था। जिसे आज अगस्त्य कुंड के नाम से जाना जाता है। महर्षि अगस्त्य का विवाह विदर्भ देश की राजकुमारी लोपमुद्रा  (Lopmudra) से हुआ था। जो एक पतिव्रता नारी के साथ वीर और बुद्धि...