मंगल ग्रह का प्रभाव और उपाय Mangal Grah ka Prabhav Or Upay

मंगल ग्रह का प्रभाव और उपायमंगल ग्रह का प्रभाव और उपाय Mangal Grah ka Prabhav Or Upay

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख मंगल ग्रह का प्रभाव और उपाय (Mangal Grah ka Prabhav or Upay) में।

दोस्तों इस लेख के माध्यम से आप मंगल ग्रह का स्वामी कौन है? मंगल ग्रह का वैदिक मन्त्र, मंगल ग्रह का जाप मन्त्र, मंगल ग्रह का बीज मन्त्र के साथ ही मंगल ग्रह का प्रभाव और उपाय के बारे में जान पायेंगे:-

मंगल ग्रह का स्वामी कौन है Mangal Grah Ka Swami kon Hai 

ज्योतिष में मंगल ग्रह को लाल ग्रह अंगारक ग्रह तथा युद्ध का नियामक देवता माना जाता है, जिन्हे आठ ग्रहों में से एक प्रतिष्ठित ग्रह का स्थान प्राप्त है।

मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि वालों का स्वामी होता है, किंतु एक अशुभ ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। मंगल ग्रह का स्वामी मंगल देव हैं

और मंगल देव को माता भगवती पृथ्वी का पुत्र तथा भगवान शिव शंकर का आशीर्वाद माना जाता है, जिनकी उत्पत्ति की दो कथाएँ

पौराणिक धर्म ग्रंथों में अधिक प्रचलित हैं। मंगल देव का वाहन भेड़ है तथा इनके हाथों में त्रिशूल गदा भाला और पदम सुशोभित होते है। 

मंगल ग्रह का प्रभाव और उपाय Mangal Grah ka Prabhav or Upay 

मंगल ग्रह का प्रभाव Mangal Grah ka Prabhav 

मंगल एक बुरा और अशुभ ग्रह माना जाता है, अगर किसी भी व्यक्ति की कुंडली का मंगल ग्रह कमजोर है या उसकी दशा खराब है तो मंगल के कारण विभिन्न प्रकार के बुरे प्रभाव देखने को मिलते हैं, जिनमें कुछ निम्न है:- 

  1. अगर आपका मंगल खराब है, तो आपको कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको रक्त और रक्तदाब संबधित विकार हो सकते है, वही आपको आँखों की बीमारियाँ, पथरी रक्तश्राव, जलना आदि भी हो सकती है।
  2. जिस जातक का मंगल कमजोर है, उसे गुप्त रोग जैसे अनियमित मासिक धर्म,  सुजाक आदि और मूत्र रोग की शिकायत भी हो सकती है।
  3. मंगल ग्रह शक्ति, वीरता कई गुणों का कारक है इसलिए व्यक्ति का मंगल खराब होता है, तो वह कई असामाजिक कार्य करने लगता है, व्यक्ति लोगों को ठगना, मांस मदिरा खाना, बिना बात लड़ना घर में कलह उत्पन्न करना आदि कार्य करने लगता है। 
  4. किसी जातक का मंगल खराब होता है, तो उसे गुस्सा अधिक आता है, अपने भाई सगे संबंधियों से वह बिना बात पर ही लड़ जाता है, पति पत्नी में कहासुनी हो जाती है तथा संतान के लिए पति पत्नी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  5. यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में होता है तो यह स्थिति कुंडली में मांगलिक दोष का निर्माण करती और उन जातको का विवाह देरी से लगभग 30-32 साल तक हो पाता है, इसके बाद भी उन्हें विभिन्न प्रकार के शारीरिक तथा भौतिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। 

इसके अलावा मंगल ग्रह के विभिन्न प्रकार के दुखकारक प्रभाव जातकों में देखने को मिलते हैं। 

मंगल ग्रह के उपाय Mangal Grah Ke Upay 

जिन लोगों का मंगल ग्रह कमजोर होता है, उन्हे कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है, इसलिए अगर आप मंगल ग्रह को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो आपको मंगल ग्रह के उपाय करने पड़ेंगे जो यहाँ पर निम्न प्रकार से बताए गए हैं:- 

  1. मंगल ग्रह को मजबूत करने का सबसे साधारण और सरल उपाय होता है, मंगलवार को पवन पुत्र हनुमान की पूजा करना, मंगलवार के दिन हनुमान जी का उपवास, उनकी पूजा करने से मंगल ग्रह द्वारा होने वाले दोषों से काफी राहत मिलती है।
  2. मंगलवार के दिन स्नान करने के बाद जातक लाल कपड़े पहन कर मंगल ग्रह के बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः। का जाप 5 माला 11 माला या फिर 21 माला कर सकते हैं, इससे मंगल ग्रह के प्रभाव कम होंगे।
  3. मंगलवार के दिन लाल फूल, मसूर की दाल मूंगा, गेंहूँ  गुड, लाल कपड़ा, रेवड़ी आदि दान कर सकते हैं तथा ब्राह्मणों को खाना खिला सकते हैं। इसके साथ ही मंगल देव की प्रिय धातु ताम्बा, सोना दान करने से मंगल ग्रह के प्रभाव का असर कम होता है।
  4. अपने छोटे भाई बहन असहाय लोगों, बूढ़े बुजुर्गों की सेवा करने से भी मंगल देव प्रसन्न होते हैं, जबकि मिट्टी के गमले में लाल फूलों वाला पौधा लगाने से भी लाभ होता है।
  5. जो पुरुष अविवाहित है, उन पुरुषो को मूंगाजड़ित रत्न पहनना चाहिए और 21 मंगलवार व्रत करना चाहिए। पुरुषो को हनुमान जी के मंदिर में चोला चढ़ाना चाहिए  और पीली बूँदी का प्रसाद बाँटना चाहिए, इससे पुरुषों को सुयोग्य पत्नी प्राप्त होती है। 
  6. मंगल ग्रह के प्रभाव को कम करने के लिए पूजा-पाठों में कार्तिकेय स्तोत्र का पाठ एवं पूजा लाभकारी रहती है इसके आलावा मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ, (विशेष कुआँरी कन्याओं के लिए) हनुमान चालीसा, (विशेष पुरुषो के लिए) बजरंग बाण, इसके साथ ही लक्ष्मी स्तोत्र, गणपति स्तोत्र, महागायत्री मन्त्र का जाप भी लाभकारी होता है। 

मंगल ग्रह का वैदिक मन्त्र Mangal Grah ka Vaidik Mantra 

मंगल ग्रह शक्तिशाली ग्रह होता है। जब मंगल ग्रह कुंडली में नीच भाव में होता है, तो अशुभ फल देखने को मिलते है। व्यक्ति अपनी शक्ति पराक्रम का उपयोग विभिन्न असामाजिक कार्यों में लगाता है,

जिससे उसे शारीरिक हानि, धनहानि अपयश अर्थात कई भौतिक और शारीरिक सुखों से वंचित रहना होता है। अगर आप की कुंडली में मंगल ग्रह शुभ भाव में है

तो आप अपनी शक्ति का उपयोग विभिन्न सामाजिक कार्यों में लगाते है, जिससे आपको प्रसन्नता, शांति, तथा शारीरिक और भौतिक सुखों की शांति प्राप्त होती है। 

मंगल ग्रह का वैदिक मन्त्र  Mangal Grah ka Vaidik Mantra 

ऊँ अग्निमूर्धादिव: ककुत्पति: पृथिव्यअयम। अपा रेता सिजिन्नवति !” 

मंगल ग्रह का जाप मन्त्र Mangal Grah ka Jaap Mantra 

मंगल ग्रह को बहुत से लोग अशुभकारक ग्रह मानते है किन्तु मंगल ग्रह शारीरिक ऊर्जा, आत्मविश्वास और अहंकार, ताकत, क्रोध, आवेग, वीरता का भी स्वामी होता है। इसलिए आपका मंगल ग्रह कमजोर है

तो आप में आत्मविश्वास कम रहता है, अहंकार बढ़ जाता है क्रोध अधिक आता है, अतः आप इन सभी अशुभ फलदायक व्यधियों से मुक्ति पाने के लिए मंगल ग्रह का जाप मंत्र बड़ा ही लाभकारी सिद्ध होता है।

मंगलवार के दिन भगवान पवन पुत्र हनुमान की पूजा अर्चना करने के पश्चात मंगल ग्रह का जाप मंत्र का उच्चारण करने से मंगल ग्रह के हानिकारक प्रभाव खत्म होने लगते हैं।

मंगल ग्रह का जाप मन्त्र Mangal Grah ka Jaap Mantra 

ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।
कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।'

मंगल ग्रह का बीज मन्त्र Mangal Grah ka Beej Mantra 

ज्योतिष में मंगल ग्रह को एक अशुभ ग्रह के नाम से जाना जाता है जिसके कारण मनुष्य को विभिन्न प्रकार के कष्ट और लोगों से जूझना पड़ता है।

यदि कोई भी व्यक्ति मांगलिक होता है तो उसे शादी विवाह के लिए बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए मंगल ग्रह का बीज मंत्र मंगल ग्रह से होने वाले बुरे प्रभावों में बहुत ही

महत्वपूर्ण असरकारक साबित होता है मंगल ग्रह का बीज मंत्र का जाप 5, 11 या फिर 21 माला मंगलवार के दिन करने से ग्रह की होने वाले प्रभाव से व्यक्ति को मुक्ति मिल जाती है।

मंगल ग्रह का बीज मन्त्र Mangal Grah ka Beej Mantra 

ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।

दोस्तों इस लेख में आपने मंगल ग्रह का प्रभाव और उपाय (Mangal Grah ka Prabhav Or Upay) के साथ अन्य तथ्यों को पढ़ा, आशा करता हुँ, आपको यह लेख पसंद आया होगा।

इसे भी पढ़े:-

  1. मंगल ग्रह की पत्नी का नाम
  2. मंगल ग्रह से सम्बंधित नौकरी व्यवसाय



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