देशभक्ति गीत इन हिंदी Lyrics Deshbhkti geet in hindi

देशभक्ति गीत इन हिंदी Lyrics Deshbhkti geet in hindi 

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख देशभक्ति गीत इन हिंदी Lyrics (Deshbhakti Geet lyrics in hindi) में।

दोस्तों यहाँ पर आप प्रसिद्ध देशभक्ति गीत इन हिंदी में पड़ेंगे इसके साथ ही आप संगीत, संगीतकार और फिल्म आदि के बारे में भी जान पाएंगे। तो आइये शुरू करते है, यह लेख देशभक्ति गीत इन हिंदी Lyrics:-

देशभक्ति गीत इन हिंदी

ये देश है वीर जवानो का Ye Desh hai veer javano ka 

ये देश है वीर जवानो का प्रसिद्ध देशभक्ति गीत फिल्म नया दौर से लिया गया है, जिसके गीतकार साहिर लुधियानवी और गायक मोहम्मद रफी जी है। यह प्रसिद्ध देश भक्ति गीत भारत के वीर जवानों की याद दिलाता है। 

ओ… ओ… ओ…

ये देश है वीर जवानों का

अलबेलों का मस्तानों का

इस देश का यारों

होय

इस देश का यारों क्या कहना

ये देश है दुनिया का गहना

ओ… ओ… ओ…

यहाँ चौड़ी छाती वीरों की

यहाँ भोली शक्लें हीरों की

यहाँ गाते हैं राँझे

होय

यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में

मचती हैं धूमें बस्ती में

ओ… ओ… ओ…

पेड़ों पे बहारें झूलों की

राहों में कतारें फूलों की

यहाँ हँसता है सावन

होय

यहाँ हँसता है सावन बालों में

खिलती हैं कलियाँ गालों में

ओ… ओ… ओ…

कहीं दंगल शोख जवानों के

कहीं करतब तीर कमानों के

यहाँ नित नित मेले

होय

यहाँ नित नित मेले सजते हैं

नित ढोल और ताशे बजते हैं

ओ… ओ… ओ…

दिलबर के लिये दिलदार हैं हम

दुश्मन के लिये तलवार हैं हम

मैदां में अगर हम

मैदां में अगर हम डट जाएं

मुश्किल है के पीछे हट जाएं

हुर्र, हे, हा

हुर्र, हे, हा

हुर्र, हे, हा

हड़िपा, हड़िपा, हड़िपा

मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू Mera karma tu Mera dharma tun 

मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू देशभक्ति गीत कर्मा फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार आंनद बख्सी जी और गायक कविता कृष्णमूर्ति और मोहम्मद अजीज है। यह देशभक्ति गीत भारत भूमि पर उसकी आन वान और शान के लिए भारतीयों के दिलों में जजबा और जोश पैदा करता है। 

मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू

तेरा सब कुछ मैं, मेरा सब कुछ तू

हर करम अपना करेंगे

हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

तू मेरा कर्मा, तू मेरा धर्मा, तू मेरा अभिमान है

ऐ वतन मेहबूब मेरे तुझपे दिल कुर्बान है

ऐ वतन मेहबूब मेरे तुझपे दिल कुर्बान है

हम जिएंगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, हमवतन हमनाम है

हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, हमवतन हमनाम है

जो करे इनको जुदा मजहब नहीं इल्ज़ाम है

हम जिएंगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

तेरी गलियों में चलाकर नफरतों की गोलियां

लूटते हैं कुछ लुटेरे दुल्हनों की डोलियाँ

लूटते हैं कुछ लुटेरे दुल्हनों की डोलियाँ

लूट रहे है आप वो अपने घरों को लूटकर

लूट रहे है आप वो अपने घरों को लूटकर

खेलते हैं बेख़बर अपने लहू से होलियां

हम जिएंगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

ऐ वतन तेरे लिए

ऐ वतन तेरे लिए

कर चले हम फिदा Kar chale hum fida

कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों प्रसिद्ध देशभक्ति गीत हकीकत फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार कैफी आजमी और गायक मोहम्मद रफी जी है। इस गीत द्वारा भारत भूमि पर मर मिटने वाले वीर जवानों का चित्रण किया गया है।

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई

फिर भी बढ़ते कदम को ना रुकने दिया

कट गये सर हमारे तो कुछ ग़म नहीं

सर हिमालय का हमने न झुकने दिया

मरते-मरते रहा बाँकपन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

ज़िन्दा रहने के मौसम बहुत हैं मगर

जान देने की रुत रोज़ आती नहीं

हुस्न और इश्क दोनों को रुसवा करे

वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं

आज धरती बनी है दुल्हन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

राह कुर्बानियों की ना वीरान हो

तुम सजाते ही रहना नये काफ़िले

फ़तह का जश्न इस जश्न के बाद है

ज़िन्दगी मौत से मिल रही है गले

बाँध लो अपने सर से कफ़न साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

खेंच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर

इस तरफ आने पाये ना रावण कोई

तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे

छूने पाये ना सीता का दामन कोई

राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

ऐ मेरे वतन के लोगों E Mere Vatan ke logon

ऐ मेरे वतन के लोगों एक सर्वाधिक लोकप्रिय देशभक्ति गीत है, जो फिल्म आजाद से लिया गया है और इसके गीतकार कवि प्रदीप जबकि गायिका लता मंगेशकर जी है, जिन्होंने अपने स्वर से इस गाने में जान डाल दी जिसे सुनकर अनायास ही किसी के भी आँखों में आँशु आ जाते है। यह गीत भारत देश के वीर सपूतों के लिए समर्पित है। 

ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा

ये शुभ दिन है हम सबका, लहरा लो तिरंगा प्यारा

पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने है प्राण गंवाए

कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो

जो लौट के घर न आये, जो लौट के घर न आये

ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जब घायल हुआ हिमालय, ख़तरे में पड़ी आज़ादी

जब तक थी साँस लडे वो

जब तक थी साँस लडे वो, फिर अपनी लाश बिछा दी

संगीन पे धर कर माथा, सो गये अमर बलिदानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली

जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली

थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई सिख कोई जाट मराठा

कोई गुरखा कोई मद्रासी, कोई गुरखा कोई मद्रासी

सरहद पर मरने वाला, सरहद पर मरने वाला

हर वीर था भारतवासी

जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिन्दुस्तानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

थी खून से लथपथ काया, फिर भी बंदूक उठाके

दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गये होश गँवा के

जब अंत समय आया तो,

जब अंत समय आया तो कह गये के अब मरते हैं

जब अंत समय आया तो कह गये के अब मरते हैं

खुश रहना देश के प्यारों, खुश रहना देश के प्यारों

अब हम तो सफ़र करते हैं, अब हम तो सफ़र करते हैं

क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जय हिंद, जय हिंद की सेना

जय हिंद, जय हिंद की सेना

जय हिंद जय हिंद जय हिंद

कंधो से मिलते है कंधे Kandhon se milte hai kandhe

कंधों से मिलते हैं कंधे कदमों से कदम मिलते हैं नामक प्रसिद्ध देश भक्ति गीत लक्ष्य फिल्म से लिया गया है। इस गीत के गीतकार जावेद अख्तर जबकि गायक शंकर महादेवन, सोनू निगम, हरिहरन, रूप कुमार राठौड़, कुणाल गांजावाला और विजय प्रकाश जी है।

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना

अब तो हमें, साथी है बस इतना ही कहना

अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना

अब तो हमें, साथी है बस इतना ही कहना

अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना

अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

निकले हैं मैदां में हम जाँ हथेली पर लेकर

अब देखो दम लेंगे हम जाके अपनी मंज़िल पर

खतरों से हँस के खेलना, इतनी तो हममें हिम्मत है

मोड़े कलाई मौत की, इतनी तो हममें ताक़त है

हम सरहदों के वास्ते लोहे की इक दीवार हैं

हम दुश्मनों के वास्ते होशियार हैं, तैयार हैं

अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना

अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो

जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो

जीत की जो तस्वीर बनाने हम निकले हैं

अपनी लहू से हमको उसमें रंग भरना है

साथी मैंने अपने दिल में अब ये ठान लिया है

या तो अब करना है, या तो अब मरना है

चाहे अंगारें बरसे के बिजली गिरे

तू अकेला नहीं होगा यारा मेरे

कोई मुश्किल हो या हो कोई मोर्चा

साथ हर मोड़ पर होंगे साथी तेरे

अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना

अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

इक चेहरा अक्सर मुझे याद आता है

इस दिल को चुपके-चुपके वो तड़पाता है

जब घर से कोई भी ख़त आया है

कागज़ को मैंने भीगा-भीगा पाया है

हो ओ पलकों पे यादों के कुछ दीप जैसे जलते हैं

कुछ सपने ऐसे हैं, जो साथ-साथ चलते हैं

कोई सपना ना टूटे, कोई वादा ना टूटे

तुम चाहो जिसे दिल से, वो तुमसे ना रूठे

अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना

अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना

कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं

चलता है जो ये कारवाँ, गूंजी सी है… ये वादियाँ

है ये ज़मीं [गूंजी गूंजी], ये आसमां [गूंजा गूंजा]

है ये हवा [गूंजी गूंजी], है ये समां [गूंजा गूंजा]

हर रस्ते ने, हर वादी ने, हर परबत ने, सदा दी

हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हर बाज़ी

(कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं

हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं)

चलता है जो ये कारवाँ, गूंजी सी है, ये वादियाँ

तेरी मिट्टी में मिल जावा Teri Mitti Mai Mil java

तेरी मिट्टी में मिल जावा एक प्रसिद्ध देश भक्ति गीत है जिसमें भारत भूमि के प्रति वीर जवानों का त्याग और बलिदान का जज्बा दिखाई देता है। यह गीत केशरी फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार मनोज और गायक बी प्रवाक है।

तलवारों पे सर वार दिए

अंगारों में जिस्म जलाया है

तब जाके कहीं हमने सर पे

ये केसरी रंग सजाया है

ऐ मेरी जमीं अफसोस नहीं

जो तेरे लिए सौ दर्द सहे

महफूज रहे तेरी आन सदा

चाहे जान ये मेरी रहे न रहे

हाँ मेरी जमीं महबूब मेरी

मेरी नस नस में तेरा इश्क बहे

फीका ना पड़े कभी रंग तेरा

जिस्म से निकल के खून कहे

तेरी मिट्टी में मिल जावां

गुल बनके मैं खिल जावां

इतनी सी है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां

तेरे खेतों में लहरावां

इतनी सी है दिल की आरजू

ओ.. ओ.. ओ ओ ओ..

सरसों से भरे खलिहान मेरे

जहाँ झूम के भांगड़ा पा न सका

आबाद रहे वो गाँव मेरा

जहाँ लौट के वापस जा न सका

ओ वतना वे मेरे वतना वे

तेरा मेरा प्यार निराला था

कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे

मैं कितना नसीबों वाला था

तेरी मिट्टी में मिल जावां

गुल बनके मैं खिल जावां

इतनी सी है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां

तेरे खेतों में लहरावां

इतनी सी है दिल की आरजू

ओ हीर मेरी तू हंसती रहे

तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो

मैं मरता था जिस मुखड़े पे

कभी उसका उजाला कम ना हो

ओ माई मेरे क्या फिकर तुझे

क्यूँ आँख से दरिया बहता है

तू कहती थी तेरा चाँद हूँ मैं

और चाँद हमेशा रहता है

तेरी मिट्टी में मिल जावां

गुल बनके मैं खिल जावां

इतनी सी है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां

तेरे फसलों में लहरावां

इतनी सी है दिल की आरजू

चक दे हो चक दे इंडिया Chak De ho chak de india 

चक दे हो चक दे इंडिया गीत चक दे इंडिया नामक फिल्म से लिया गया है, जिसके गीतकार जगदीप साहनी और गायक सलीम सुलेमान जी है। यह गीत वतन के लिए खिलाडियों में जोश और जज्बा भरने के लिए प्रेरित करता है।

कुछ करिए, कुछ करिए

नस नस मेरी खोले, हाय कुछ करिए

कुछ करिए, कुछ करिए

बस बस बड़ा बोले, अब कुछ करिए

हो कोई तो चल ज़िद्द फड़िए

तू बिदरिये या मरिये

हो कोई तो चल ज़िद्द फड़िए

तू बिदरिये या मरिये

चक दे हो चक दे इंडिया

चक दे हो चक दे इंडिया

चक दे हो चक दे इंडिया

कुचों में गलियों में, राशन की फलियों में

बैलों में बीजों में, ईदों में तीजों में

रेतों के दानों में, फिल्मों के गानों में

सड़को के गड्ढों में, बातों के अड्डों में

हुंकारा आज भर ले, दस बारह बार कर ले

रहना ना यार पीछे, कितना भी कोई खींचे

टस है ना मस है जी, ज़िद है तो ज़िद है जी

किसना यूँ ही, पिसना यूँ ही, पिसना यूँ ही

बस करिए..

हो कोई तो चल ज़िद्द फड़िए

तू बिदरिये या मरिये

हो कोई तो चल ज़िद्द फड़िए

तू बिदरिये या मरिये

चक दे हो चक दे इंडिया

चक दे हो चक दे इंडिया

चक दे हो चक दे इंडिया

लड़ती पतंगों में, भिड़ती उमँगों में

खेलों के मेलों में, बलखाती रेलों में

गन्नों के मीठे में, खद्दर में, झींटें में

ढूँढो तो मिल जावे, पत्ता वो ईंटों में

रंग ऐसा आज निखरे, और खुलके आज बिखरे

मन जाए ऐसी होली, रग-रग में दिल के बोली

टस है ना मस है जी, ज़िद है तो ज़िद है जी

किसना यूँ ही, पिसना यूँ ही, पिसना यूँ ही

बस करिए..

हो कोई तो चल ज़िद्द फड़िए

तू बिदरिये या मरिये

हो कोई तो चल ज़िद्द फड़िए

तू बिदरिये या मरिये

चक दे हो चक दे इंडिया

चक दे हो चक दे इंडिया

चक दे हो चक दे इंडिया

जहाँ डाल-डाल पर Jahan dal -dal par

जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियाँ करती है वसेरा देशभक्ति गीत फिल्म सिकंदर ए आजम से लिया गया है, जिसके गीतकार राजेंद्र कृष्ण और गायक मोहम्मद रफी है। यह गीत भारतवासियों के ह्रदय में एक नई उमंग जोश और जज्बा भर देता है। 

जहाँ डाल-डाल पर

सोने की चिड़िया करती है बसेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जहाँ डाल-डाल पर

सोने की चिड़िया करती है बसेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का

पग-पग लगता डेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जय भारती, जय भारती, जय भारती, जय भारती

ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि

जपते प्रभु नाम की माला

हरी ॐ, हरी ॐ, हरी ॐ, हरी ॐ

जहाँ हर बालक एक मोहन है

और राधा इक-इक बाला

और राधा इक-इक बाला

जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर

डाले अपना फेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जहाँ गंगा, जमुना, कृष्ण और

कावेरी बहती जाए

जहाँ उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम

को अमृत पिलवाये

ये अमृत पिलवाये

कहीं ये फल और फूल उगाये

केसर कहीं बिखेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

अलबेलों की इस धरती के

त्यौहार भी हैं अलबेले

कहीं दीवाली की जगमग है

होली के कहीं मेले

कहीं दीवाली की जगमग है

होली के कहीं मेले, होली के कहीं मेले

जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का

चारो और है घेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जहाँ डाल-डाल पर

सोने की चिड़िया करती है बसेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जहाँ आसमान से बातें करते

मंदिर और शिवाले

किसी नगर मे किसी द्वार पर

कोई न ताला डाले,

कोई न ताला डाले

और प्रेम की बंसी जहाँ बजाता

आये शाम सवेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का

पग-पग लगता डेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा

जय भारती, जय भारती, जय भारती, जय भारती

दोस्तों यहाँ पर आपने देशभक्ति गीत इन हिंदी Lyrics (Deshbhkti geet in hindi) पढ़ी। आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।

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